5 OCT 2018 AT 0:39

कितने ऐश उड़ाते होंगे कितने इतराते होंगे।

जाने कैसे लोग वो होंगे जो उस को भाते होंगे।


यारो कुछ तो बात बताओ उस की क़यामत बाहों की,

वो जो सिमटते होंगे इन में वो तो मर जाते होंगे।।
"जॉन एलिया साहब"

- अधूरे अल्फ़ाज़