सूनसान है गली, हर गली है छायाहिनकट रहे है पेड़, मिठ रही है हरियाली..बहती थी नदिया,आता था बारिश का पानीहरियाली थी निसर्ग में, आज सुखी पड़ी है डाली.. - D'nesh
सूनसान है गली, हर गली है छायाहिनकट रहे है पेड़, मिठ रही है हरियाली..बहती थी नदिया,आता था बारिश का पानीहरियाली थी निसर्ग में, आज सुखी पड़ी है डाली..
- D'nesh