6 JUN 2019 AT 11:46

सूनसान है गली, हर गली है छायाहिन
कट रहे है पेड़, मिठ रही है हरियाली..
बहती थी नदिया,आता था बारिश का पानी
हरियाली थी निसर्ग में, आज सुखी पड़ी है डाली..

- D'nesh