अब बात आती नहीं ,मुस्कुराने की आदत ही नहीं रही किसी के दिल जलाने की -
अब बात आती नहीं ,मुस्कुराने की आदत ही नहीं रही किसी के दिल जलाने की
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दिल के तार सुरागों से अलग होते हैं। -
दिल के तार सुरागों से अलग होते हैं।
हम जज्बात निकाल कर ,ऐसी बात रख देते हैं।वो उन्हें पढ़कर, आंखों की बरसात में रख देते हैं। -
हम जज्बात निकाल कर ,ऐसी बात रख देते हैं।वो उन्हें पढ़कर, आंखों की बरसात में रख देते हैं।
वो मेरे अपने हैंये बनाये रखने के लिएभी बहुत कुछ खोना पड़ता है। -
वो मेरे अपने हैंये बनाये रखने के लिएभी बहुत कुछ खोना पड़ता है।
रोज मुस्कुराते हो ।तो फिर, कहीं गुम क्यु हो जाते हो। -
रोज मुस्कुराते हो ।तो फिर, कहीं गुम क्यु हो जाते हो।
जिंदगी भी ,एक सजा हो गईमुस्कुरा दिया था ,हमने कभी और आज ,चुप रहने की आदत हो गई।।अरे हम नहीं, आप नहीं,जमाने की ,इस हद में ही बैहिसाब तरक्की हो गई।। -
जिंदगी भी ,एक सजा हो गईमुस्कुरा दिया था ,हमने कभी और आज ,चुप रहने की आदत हो गई।।अरे हम नहीं, आप नहीं,जमाने की ,इस हद में ही बैहिसाब तरक्की हो गई।।
रोज किस्से ही पुराने होते जा रहे हैं। सच है कि, महफिल के किसी कोने में ,हम आपको जरूर याद आ रहे हैं। -
रोज किस्से ही पुराने होते जा रहे हैं। सच है कि, महफिल के किसी कोने में ,हम आपको जरूर याद आ रहे हैं।
रोज धड़कना तो, बस दिल की बातें रह गई जज्बात तो ,आजकल बाजार में बिकते जा रहे हैं -
रोज धड़कना तो, बस दिल की बातें रह गई जज्बात तो ,आजकल बाजार में बिकते जा रहे हैं
गुजर रही है जिंदगी कुछ ऐसे मुकाम से आंखों में आंशु, भरे के, भरे रह गये और ये दिल बिखरा, पड़ा है इस जहान में -
गुजर रही है जिंदगी कुछ ऐसे मुकाम से आंखों में आंशु, भरे के, भरे रह गये और ये दिल बिखरा, पड़ा है इस जहान में
वक्त जब कमजोर रहे तो ऐ मेरे खुदा दौलत नही मिटा देना मेरी जिंदगी और आये मेरे जनाजे मेरे दुश्मनतो अच्छा इंसान बता देना उन्हें ऐसे पल बार-बार याद ना आये, इससे अच्छा है हम अपनी जिंदगी को खुद ही भूल जाए । -
वक्त जब कमजोर रहे तो ऐ मेरे खुदा दौलत नही मिटा देना मेरी जिंदगी और आये मेरे जनाजे मेरे दुश्मनतो अच्छा इंसान बता देना उन्हें ऐसे पल बार-बार याद ना आये, इससे अच्छा है हम अपनी जिंदगी को खुद ही भूल जाए ।