अजीब सी कशमकश में हूँ आज कल,
जी तो रहा हूँ, पर जी नहीं रहा हूँ आज कल।
चेहरे छुपाये घूमते हैं वो रोज,
पर हर चेहरे के पीछे के चेहरे को पहचानते हूँ आजकल।।-
सोंच की स्याही को कलम में भर के.....
दिल के दर्द को दिल मे रख कर...... read more
फिर वही पुराने यार मिले....
चमन में फिर से फूल खिले...
महक उठा,दोस्ती का पुराना लम्हा ,
जब वो स्कूल के दोस्तों के साथ मिले....-
रात भर आँसुओं ने तकिया भिंगोया,
सुबह दोष मैंने ऐसी(AC) खराब होने का लगाया।
माँ तो कल रात ही समझ गई थी,
भूख नहीं है, कह कर सो जाने का बहाना जो बनाया।।-
अपनी जख्मों का मुझे मरहम बनाओगी क्या,
अगर कहूँ साथ चलने तो साथ निभाओगी क्या?
अधूरी कहानी थी जो मेरी अबतक,
क्या तुम मेरी पूरी कहानी बन जाओगी क्या।।-
वो इस तरह से मेरी अहमियत घटाता है,
कि मुझसे मिलने में शर्ते बहुत लगाता है।
समझ रहा हो कहीं ख़ुदको मेरी कमज़ोरी,
तो उससे कहदो मुझे भूलना भी आता है।।-
रुख़्सत होना भी तो
लाजमीं नहीं लग रहा,
अपने खाली वक़्त में वो
पूछ लेते हैं,बता तु क्या कर रहा।।-
आईना भी सच कहाँ दिखाता है,
उसमें भी कई दोष है,
हँसी को हँस के दिखाता है,
पर गम तो मेरे अंदर जमीनदोज है।।-
मुझे यूँ काला ही रहने दो,
तुम्हारी आँखो का काजल तो बनूँगा।।
हर गम मे तेरे साथ रहकर,
अश्कों की तरह पहले मैं हीं तो बहूँगा।।-
मैं अगर कुछ कहूँ,बुरा तो नही मानोगे न तुम,
मर जाऊँ अगर मैं कभी, ख्याल तो करोगे न तुम।।
शिकवे कई होंगे तुम्हे, मुझसे
तो मेरी लहद पे आकर सारे शिकवे दूर करोगे न तुम।।-
😆 🤣 😝
I love these three emojis,
because they always closed their eye,
while they are laughing...
So no one can understand their internal pain... 😆🤣😝-