Dear your quote ,
I m so happy after getting my first published book from this lovely yourquote family
Thnku so much ❣️
Guys please have a look on my book
Thnks once again your quote ❣️-
Joined #yourquote on #19jan2019
#writer #anchor #model #socialworke... read more
हौसले को कर बुलंद इतना
की मंजिल खुद तेरे पास चल कर आए
उड़ानों को दो पंख ऐसा
की डर भी तुझको देख कर डर जाए
सपने देखें हैं अगर तुमने
तो पूरी करने की हिम्मत भी रख
ऊपर वाला होगा रजामंद
तू मेहनत तो करके देख
लगा दे जी जान बढ़ जा मंजिल की ओर
रास्ता भी मिलेगा मंजिल भी मिलेगी
एक बार तू खुद को आजमा के तो देख
चिंता फिकर सब को तू छोर
बढ़ा कदम अपनी मंज़िल की ओर
रोना धोना बहुत हुआ
अब है तेरे हसने की बारी
बहूत कुछ पीछे छूट गया
अब सब कुछ तू हासिल
करने की कर तैयारी
बस मेहनत करता चल
कुछ करने की ललक रख
माना गिरेगा तू हर बार
फिर से उठ कर चलने की हिम्मत भी रख
आज बेशक तू है एक भीड़
कल तेरी एक अलग पहचान बनेगी
यकीन रख खुद पे
कल यही भीड़ तेरी गुलाम बनेगी
आज तपा ले तू खुद को एक लगन की आग में
देख कैसे कल तू एक मसाल बन जायेगा
तू पहुंचेगा ऐसे मुकाम पे एक दिन ऐ मानव
तेरे नाम का परचम सम्पूर्ण विश्व में लहराएगा
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लो जी हटा दी हमने घूंघट
तोड़ दी सारी बेड़ियां
अब खुली हवा में सांस लेने को हु तैयार
हां मुझे भी है जीने का अधिकार
हां मुझे भी है जीने का अधिकार
माना की हाथ में चूड़ियां है डाली
बेशक 6 हाथ की पहनी है सारी
घर परिवार की भीं है हम पर जिम्मेदारी
फिर भी मैं उड़ान भरने को हूं तैय्यार
कयुकी मुझे भी है जीने का अधिकार
हां मुझे भी है जीने का अधिकार
लड़की मतलब शादी, पति ,बच्चे और घर
पर कोई जॉब करना चाहे तो शुरू हो जाते है अगर मगर
शर्माना , संस्कार ,हया, नजाकत सब हम औरतों के धरोहर
पर क्या मैं पूछ सकती हूं क्यों थोपा है ये नियम कानून हम औरतों पर?
हम क्यों अपनी इन हालातों पर रोएं हर बार जार जार
आखिर हमें भी है जीने का अधिकार
आखिर हमें भी है जीने का अधिकार
बस अब बहुत हो गया हौसलों की उड़ान भड़ने दो
बहुत हो गई पाबंदियां अब हमें खुले आसमान में उड़ने दो
आखिर कब तक हम यू घूट घूट कर जीने को मजबूर होंगे बार बार?
क्यों नही समझ आती इतनी सी बात की हमे भी है जीने का अधिकार
हां हम भी है जीने का अधिकार
#सुरभि पांडेय
#dilsediltak
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प्यार
प्यार क्या है?
मां बाप के प्रति समर्पण?
भाई बहन के प्रति जिम्मेदारी?
बीवी के प्रति स्नेह?
या दुनिया को दिखाने के लिए नकली प्रेम?
आखिर क्या है ये प्यार?
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बेटी कहा कभी खुश रह पायी है??
ये रीत ना जाने किस ने बनाई है,
जहा हर बेटी अपने हीं घर में पराई है?
मायका भी अपना नहीं रहता
बेटी कहा कभी खुश रह पाई है??
जब कर दी जाती उसकी विदाई है..
अपने रिश्ते को भूलकर,
माँ बाप भाई बहन को छोड़कर
नये घर नये लोगों से रिश्ता जोड़कर
एक नये परिवार को अपनाई है
बेटी कभीकहा खुश रह पायी है?
जब कर दी जाती उसकी विदाई है
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आज फिर से मेरे मन में एक सवाल आया है...
आज फिर से मेरे मन में एक सवाल आया है...
क्या छोटी सोच से ये समाज उभर पाया है?
क्या अब हम लड़कियों को छोटे कपड़े से नहीं आके जाते?
क्या अब तक लड़कियों के लिए देश आज़ाद हो पाया है??
आज फिर से मेरे मन में एक सवाल आया है...
क्या अब दहेज़ की आग में हम लड़कियां नहीं जलेंगी?
क्या अब हम बेटियां भी ये खूबसूरत सी दुनिया देख सकेंगी?
क्या हमारे समाज का हमें लेकर नज़रिया बदल पाया है?
आज फिर से मेरे मन में एक सवाल आया है...
क्या अब हम लड़कियां पढ़ भी सकेंगी?
अपने सपनों की उड़ान भर भी सकेंगी?
क्या अब तेज़ाब की मांग पर रोक लग पाया है...?
आज फिर से मेरे मन में एक सवाल आया है...
क्या अब कोई दामिनी निर्भया नहीं बनेंगी समाज में?
क्या अब कभी नहीं जलेंगे हमारे चेहरे तेज़ाब से?
क्या अब नहीं बैठेंगी हममें से कोई भी अय्याशी कोठी पे?
कोई तो जवाब दे दो मेरे सवालों का..
क्या वाकई में कुछ भी ऐसा हो पाया है..?
आज फिर से मेरे मन में एक सवाल आया है...
आज फिर से मेरे मन में एक सवाल आया है...
#dilsediltak
#सुरभिपांडे
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मैं भी एक इंसान हूं,
मनोरंजन का सामान नहीं ।
बस अब बहुत हो गया,
सहना खुद का अपमान नहीं।।
क्यों नहीं समझते सब लोग??
हम भी एक इंसान हैं।
लड़के हैं अगर घर के चिराग,
तो हम भी मां-बाप की शान है।।
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हम भी उनसे कुछ इस कदर ख़फ़ा थे,
वो आखिरी सांस तक हमे आवाज़ देती रही
पर हमने उसे भी फरेब समझा।
हो गयी हमसे वो बहुत दूर
हमेसा हमेसा के लिए,
जब तक ये बातें समझ मे आती,
उनकी जान जा चुकी थी।
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