आजकल बहुत अकेला
महसूस कर रहे खुदको।-
ज्यादा कुछ नहीं तो तारीफ़ में दो शब्द ही ल... read more
जिनको जी ते जी शांति से नहीं जीने देते है लोग,
उनके मरने के बाद "ओम शांति" लिखा जाएगा।-
आप सोच रहे इतना आसान नही है मेरी जगह लेना ,
आप जहां पर भी अभी वहां पर ही आप बेहतर हो ।-
कुछ दिन के लिए बिस्तर पर पड़ जाऊंगी तो,
हर किसी एक के आंखों में मैं खटक जाऊंगी।-
एक दिन मेरे नाम का ये दिया भी बुझ ही जाएगा,
सोचो फिर अनसुलझी पहेलियां कौन सुल जाएगा।-
एकबार पीड़ा सेह लेंगे,
पर ताने ना सह पाएंगे।
जानते है आप गलतियां
हमारी हज़ार गिनाएंगे।-
थक गए है अब जिंदगी की पढ़ाई करते करते,
कितना अच्छा होता अगर हम अनपढ़ होते तो।-
सुबह से मेरी तबियत पूछने
दसबार फोन कर चुके है
मेरे मां और बाऊजी
जितना प्यार वो हमसे करते है,
उतना प्यार तो शायद ओर
ही कोई कर पाएगा।
आज के ज़माने में बेटे के
पास वक्त नहीं ओर बेटियों को
मां बाप के साथ रहने हक़ नहीं।
कोई कितना भी कह ले
सादिया बदल रही है।
पर आज भी मां बाप अपनी
बेटी के घर खाना पीना खाते नहीं।
ओर जब खाते है तो चार गुना
उसकी भरपाई कर जाते है।-