मैं चखूं ये जाम मुझे अच्छा नही लगता,
हर मुस्कुराता चेहरा अब सच्चा नही लगता,
और ये जो लगाते फिरते हैं
बाली सी उम्र में इश्क़ की बाजियाँ आज कल,
इनकी हरक़तों से दूध पीता बच्चा भी अब बच्चा नहीं लगता।-
के अजीज.... सोच मे हूँ अब तलक...
की उस गुलाब सी हसीन को भी क्या गुलाब दूँ।।।-
किसी से इश्क़ करते हो तो..........
मियां जरा खामोश रहा करो...
अक्सर जरा सी ठेस लगने से
सीसे टूट जाया करते हैं।-
समझ नहीं आता कैसे बचूं
ये जो तेरे इश्क़ का जाल है...
तेरी आँखों का ही कुसूर है,
ये जो मेरा बुरा हाल हैहै |
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इश्क़ का फलसफा नातिकों से न पूछिए,
ये रिंदों का काम है अक्लमंदों से न पूछिए |
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Aakhon me intzaar hai toh jata do mujhe...
Gar tumhe bhi ishq hai toh khul ke bata do mujhe 🙈🙈-
कौन समझ पाया है आज तक हमे....
अपने साथ हुए हादसों के हम इकलौते गवाह हैं।।-
Sayad pahele se pata tha mujhe
Par fir bhi kahne ko majboor tha....
Itne bhi akelepan ki adat n thi
Jisme mai khud se hi dur tha.....-
चल रहा हूँ धूप में
तो महाकाल तेरी छाया है,
शरण है तेरी सच्ची बाकी तो मोह माया है...-
प्रेम गुलाल जो राधा पे चड़ा ,
वो श्याम दीवानी हो गयी,
जोगन की प्रीत ऐसी लागी,
वो कृष्णा की राधा रानी हो गई।-