फिर कितना सताया है उसने
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मंज़िल अपनी ओर खींचती है,
चलना तो खुद को ही पड़ता है
आप हो तो पंख है मेरे
आप हो तो उड़ान है.....
आप है तो....
बंजर जमीन पर घर है जैसे
आप संग है तो ...
जिंदगी खूबसूरत राह है जैसे-
काश....Mental health भी,
नजर आती सबको.....
शरीर से ज्यादा,
मन बीमार रहता है-
आपको फ़ुर्सत नहीं थी,
और मुझे गलतफहमी थीं कि.......
सफ़र... आपकी आवाज सुनकर ,
अच्छा गुजरता है......
अब .....
गाने सुनकर भी बहुत अच्छा गुजर जाता हैं-
वो कहते है मैं बदला नहीं !!
वो आपका .......
रोज उठते से कॉल करना,
रोज़ एक फ़ोटो भेजना.....
दिन में दस बार मैसेज करना ,
न जाने कब ये सिलसिला बंद हो गया।
चलो अब बदलना ही है ,
तो मैं भी बदल जाती हूं.......-
दर्द ख़ुद रो दिया,
मेरा दर्द देखकर.....
और......
उनको फ़र्क तक नहीं पड़ा !-
जिंदगी का वो दौर चल रहा है ,
जहां ख़ुद को रोते हुए ,
ख़ुद ही चुप कराना पड़ता है-
मैंने अपने एकांत में सुख तलाशा हैं,
अपनों में अक्सर मुझे घुटन होती है।-