फिक्र होगी आपकी पर जताया नहीं जाएगा होगी मुहब्बत आपसे पर बताया नहीं जाएगा बहुत तंग कर दिया न अबतक आपको हमने ? वादा रहा! अब और आपको सताया नहीं जाएगा ...!
इस समय-काल में हर ओर बुराईयों का राज है जो जितना भ्रष्ट उसके सिर उतना बड़ा ताज है सही इंसान क्या-क्या छोड़ कहां जाए आखिर लोगों को आपके सांस लेने तक में एतराज है!