है ज़िन्दगी मुश्किल ये जानता है वो,
कभी दौड़ पड़ता है तो कभी लड़खड़ाता है वो..
हैं ख्वाब किसी और के मग़र हर रोज़ तपता है वो,
आदमी ही तो है बेबात मरता है जो..
कभी बेटा बनकर कमाता है,
तो कभी पती बनकर निभाता है..
और जब बाप बनता है वो,
तो हर हद पार कर जाता है..
पूरा दिन ज़िन्दगी जीतने की कोशिश में लगा वो,
हर रात एक मासूम मुस्कान से हार जाता है..
क्या अजब है ना इसकी ज़िंदगी भी,
सबकुछ के बाद भी पत्थरदिल कहलाता है जो...
-
जो सोच समझ कर किया जाये,
वो सौदा होता है..
जो बेपरवाह हो,
वो ईश्क होता है-
क्या एक शख्स आपकी पूरी दुनिया हो सकता है ?
हां सिर्फ वो एक शख्स मेरी पूरी दुनिया हो सकता है ❤-
ग़लती मुझसे भी बस एक हुई थी...
उसे जिस्म चाहिए था सिर्फ शायद
और मैने चुप- चाप रूह सौंप दी-
I m not in love with u.. I m in love with myself and u r soul of mine.. My essence ❤️
-
हैं कुछ ख़्वाब बाकी अभी ये सोचकर कुछ और कदम चल लेती हूं..
है मेरी मंज़िल मेरी तलाश में ये कहकर मैं रास्तों से भी लड़ लेती हूं
बस गंवारा नहीं है मुझे थक कर रूक जाना
और इसलिए हर तूफान से टक्कर लेती हूं
-
अक्सर कुछ कहने से पहले मैं लफ्ज़ समेट लेती हूं,
क्योंकि कुछ अपनी तहज़ीब को सहेजना मुझे आता है,
और कुछ आपके स्तर का पता लेना मैं ज़रूरी नही समझती-
ए जिंदगी चुरा लेने दे कुछ लम्हे
कि फुरसत में कभी खुद का दीदार हो जाये
बिस्तर से ना लडूं जल्दी जागने के लिए
कि अपनों के साथ बेफिक्री की दो प्याले चाय हो जाये-
मेरे ज़हन से छूट कर गिरा था
एक सिक्का अल्फाज़ का
उन्होने सरेआम नीलाम किया
वो किस्सा एहसास का ...
-