DIKSHA LAMBA   (दीक्षा लाम्बा)
2 Followers · 3 Following

रूह की कहानी, कलम की जुबानी✍️
Chemist having passion for poetry❤️
Joined 27 August 2021


रूह की कहानी, कलम की जुबानी✍️
Chemist having passion for poetry❤️
Joined 27 August 2021
8 MAY 2022 AT 1:30

उसके आँचल में छुपकर सोने की इतनी आदत थी मुझे जब से वो गई हैं चैन से सोया नहीं हूं मैं!!!

-


6 MAR 2022 AT 13:41

मुझे मेरे वजूद की हद  तक मत जानिएगा, क्योंकि  मैं बेहद हूँ, बेइंतिहा हूँ, बेहिसाब हूँ !🥰♥️

-


9 JAN 2022 AT 13:32

प्यार का तो नहीं पता
बस लगाव सा है,
जो भी कह लो
सब बेहिसाब सा है !!

-


28 DEC 2021 AT 23:53

इंतजार रहता है
तुम्हारे कॉल का,
कभी सबर से,
कभी बेसब्री से!!❤️

-


23 DEC 2021 AT 23:01

मैंने ताले से सीखा है, साथ निभाने का हुनर,
वो टूट गया लेकिन कभी चाबी नही बदली ।

-


23 DEC 2021 AT 22:50

साथ छोडने वाले कमियां देखते हैं,
और निभाने वाले काबिलियत !! 💯

-


23 DEC 2021 AT 21:29

"कपड़े" भले ही तुम कितने खास पहन लो,
पर पहचान उन्हीं की बनती है जिनकी "बाते" खास होती है |

-


11 SEP 2021 AT 22:25

ढूंढ़ने से नहीं मिलते रूह के चाहने वाले, खुदा खुद ढूंढ कर देता है वो शख्स, जो दिल को सुकून दे!!

-


9 SEP 2021 AT 16:51

मिज़ाज़ में थोड़ी-सी लाज़मी है हुज़ूर,
लोग पी जाते अगर समंदर खरा ना होता!!

-


5 SEP 2021 AT 5:35

कभी डांटकर, तो कभी प्यार से समझाते हैं,
ये गुरु ही तो हैं, जो हमें सही राह दिखाते हैं,
लड़खड़ाने लगे हमारे पांव अगर, यही हमें संभालते हैं,
हमारी हर गलती को अनदेखा कर, सबक हमें सीखाते हैं ,
बिना जिनके हम व्यर्थ कहलाते हैं,
ये गुरु ही तो हैं,
जिनके आशीर्वाद से हम काबिल बन जाते हैं!!
HAPPIEST TEACHER'S DAY TO ALL OF YOU🤩🤗😊

-


Fetching DIKSHA LAMBA Quotes