आज सबकी हो ली
कल अपनी होली
-
करुँगा रोशनी रोशन उजाला छोड़ जाऊँगा।।
................ read more
नारी! तुम केवल श्रद्धा हो
विश्वास-रजत-नग पगतल में।
पीयूष-स्रोत-सी बहा करो
जीवन के सुंदर समतल में।
-
तेरे गाल पर आकर आँसू गर्म हो रहा है ,
मेरे रुमाल पर , कर्ज हो रहा है ।।-
मुझे फुरसत कहाँ की मौसम सुहाना देखूँ ,
नजर ,भोले नाथ से हटे तो जमाना देखूँ ।।-
रक्षित निरीक्षक महोदय को जन्म दिवस की अनंत शुभकामनाएं
फ़रिश्ते आकर उनके जिस्म पर ख़ुश्बू लगाते हैं
वो बच्चे रेल के डिब्बों में जो झाड़ू लगाते हैं
अँधेरी रात में अक्सर सुनहरी मिशाले लेकर
परिंदों की मुसीबत का पता जुगनू लगाते हैं-
विण्डो ओपन करके वो हर लेता है तम ,
भक्त है महाकाल का वो ,बोले बम - बम ।
उत्तम शैली,उत्तम भाषा ,क्या क्या तारीफ़ करूँ,
कलयुग का ये कृष्ण कन्हैया,"उत्तम" से "उत्तम" ।।
"उत्तम" दादा को सालगिरह की दिली शुभकामनाएं-
राजनीति की कीचड़ में बेदाग रहना सफल होना ,
मुमकिन नहीं है प्यारे, अटल रहना ,अटल होना ।।
" द्वितीय पुण्यतिथि पर भावपूर्ण श्रदांजलि "💐-
मेरी ओर से सभी राष्ट्रप्रेमी बंधूओं को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं..
दांव पर सब कुछ लगा है, रुक नहीं सकते।
टूट सकते हैं मगर हम झुक नहीं सकते।।-