मैं एक ख़्वाहिश हूँ .... चाहता हूँ, मेरा नाम लो तुम !!— % &
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"सामर्थ्य" कहाँ...!!
कि "हृदय" की "वेदना" को
"व्य... read more
ये हमारा दूर हो जाना प्रेम को समाप्त नहीं कर सकता, प्रेम तो भावमय है इसका अंत नहीं होता.. हम फिर एक दिन एक दूसरे को सोचेंगे, चाहेंगे, फिर एक बार प्रेम पनपेगा हृदय में हमारे, एक दूसरे के लिए...❤️
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क्या तुम्हें सच में लौट के नहीं आना,
सोच लो मैं अपने तुम्हें एक और साल देता हूं..!!-
बेहतर विकल्पों की ओर वो देखते हैं,
जो किसी बंधन में होते हैं।
मै प्रेम में हूँ। ❤️-
जितना मैं हर पल तुम्हें स्मरण करता हूं
उतने में तो महादेव भी प्रकट हो जाते.. प्रिय
पर तुम हो कि मुझसे विमुख हुए बैठी हो ।-
मैं अब किसी बात से नहीं डरता...पर मैं डरपोक हो गया हूं...मैं चमत्कार पर विश्वास करने लगा हूं...
प्यार में इन्सान सच मे चमत्कार की उम्मीद करता है। प्यार नास्तिक को आस्तिक बना देता है।-
कपडे उतारने की चल रही इस परम्परा में,
मुझे एक दुपट्टा तुम्हे गिफ्ट में देना है...!-