Sub: Hamein Pasand Hai (P-1)
उनके गालों का वो तिल, हमें पसंद है
उनका वो शर्मा के मुस्कुराना, हमें पसंद है
बातों बातों में यूं आंखों को मिचकाना, हमें पसंद है
कुछ भी ना केह के अपनी आंखों से सब कुछ केह जाना, हमें पसंद है
चलते चलते यूं उड़ते हुए जुल्फों को संवारना फिर उन जुल्फों का मेरे चेहरे से छू जाना, हमें पसंद है
गुस्से में जब होते हैं फिर आंखों पे उनके एक ख़ामोशी सी छा जाती है, फिर प्यार से दो बातें करके उनको मनाना, हमें पसंद है, हां हमें वो पसंद हैं . .... ...
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