उसे मोहब्बत हैं तो वो कह क्यों नहीं देता.!
अगर नहीं हैं तो फ़िर ये रास्ता छोड़ क्यों नहीं देता.?
मैं मधुमक्खी की तरह उसके आगे-पीछे घूमती हूँ.!
गर वो फ़ूल नहीं हैं तो फ़िर बता क्यूं नही देता.?
वो मुझे हर तूफ़ान, आग से बचना चाहता हैं.!
तो फ़िर मेरे दर्द में वो मुझे मरहम क्यों नहीं देता.?
मैं थक गया हूँ ख़ुद से सवाल करते करते, वो जवाब
नहीं हैं तो फ़िर मैं ये इम्तिहान छोड़ क्यों नहीं देता.?
-