एक जोड़ा हसीन है।
रोज़ रुठने, मनाने वाला यकीन है।
मेरा मित्र एक जाट है,
भई गजब के उसके ठाठ है।
प्रेमिका उसकी एक पहाड़ी है,
एक नन्हे बच्चे सी प्यारी है।
जोड़ा हो, तो इनके जैसा,
लगते एक साथ ऐसे, जैसे
हरे पहाड़ो का सफ़र, और थार की सवारी है।
वो करती बच्चों सी नादानी ,
तो ये समझाया करता है।
पर क्या करें, जाट है,
तो थोड़ी आवाज़ इसकी भारी है।
मैंने देखा है, थोड़ा गुस्सा कर देता है,
पर उसका गुस्सा देख, ये पहाड़न भी करती तैयारी है।
ऐसा ही देखता हूँ मै इनको रोज़,
आज इसकी तो कभी उसकी,
एक दूजे को मनाने की बारी है।
लगता पल भर का साथ इनका,
पर नहीं, शायद किसी ने गौर नहीं किया
इनको तो एक दूजे के बिना,
पल भर भी साँस नहीं आ रही है।
और हँसते हँसते गुज़ार लो ये हसीन सफ़र,
तुम हमेशा साथ रहो यही दुआ हमारी है .... J❤S✨
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