Dhirendra Upadhyay   (Dhiren)
566 Followers · 79 Following

FiGhTeR @ MiNd ,PoEt @ HeArT
Joined 13 April 2017


FiGhTeR @ MiNd ,PoEt @ HeArT
Joined 13 April 2017
11 FEB AT 3:49

जाने कौन कहा होगा, ये भी कोई सोचता होगा,
रात के इस प्रहर पर, क्या हर कोई सो रहा होगा...

बिते दिनों को कर याद, क्या कोई रो रहा होगा,
या अपने आज पर, क्या हर कोई हँसता होगा...

सपने जो थे बुने, क्या कोई जी रहा होगा,
या जिम्मेदारियों के बोझ तले, क्या हर कोई सिमटा होगा...

किस्से थे जो कई, क्या कोई रंग भरता होगा,
या खुद ही अपने किस्सों में, क्या हर कोई लिपटा होगा...

जिंदगी मतलब क्या, क्या कोई जानता होगा,
या उसे समझने में, क्या हर कोई मरता होगा...

जाने कौन कहा होगा, ये भी कोई सोचता होगा,
रात के इस प्रहर पर, क्या हर कोई सो रहा होगा...

-


22 JAN AT 8:53

।। राम राघव रचेता तुम ।।
।। प्रेम परित्याग पुरूषोत्तम तुम ।।
।। सत्य सदाचारी सनातन तुम ।।
।। मर्म मर्यादा मान्यता तुम ।।

-


28 SEP 2023 AT 19:22

दहा दिवसाचा पाहुणा,
निघाला आपल्या दारी,
भरभरून दिला आशीर्वाद,
साचले डोळ्यात पाणी,
निघाली बघा आपल्या,
लाडक्या बप्पाची स्वारी,
आता करूयात,
पुढच्या वर्षाची तयारी...

-


2 JUL 2023 AT 13:12

तुझ्या दर्शनाची आस,
हृदई वसे सदा...
करतोस तू ती पुरी,
समोर राहुनी उभा

भिर भिरत्या नजरेस,
दिसतो तू..
कदी आकृतित,कदी नामत,
पाठिशी आहेस तू..

प्रचिति अनुभवनी, पानवती डोळे,
मुखी सदा...
।।श्री स्वामी समर्थ।।
बोले...

-


21 MAR 2023 AT 14:40

रूहानी,
और में एक शेर सा,
तुफानी।।।

-


21 MAR 2023 AT 14:36

Still trying to touch,

What is left of you

In me...

-


21 MAR 2023 AT 13:36

कुछ इस तरह बिखरा हु,
जितना समेटना चाहु,
उतना ही खो रहा हु।।।

-


21 MAR 2023 AT 12:45

It's been a while...

Care for a walk?

-


21 MAR 2023 AT 12:35

जब दिल ही, दिल कि,
ना सुनता है।।।

-


23 OCT 2022 AT 6:41

उन उसूलों से,
जिन्होंने जो में आज हुं,
वो मुझे बनाया।।।

-


Fetching Dhirendra Upadhyay Quotes