धीरज सिंह  
19 Followers · 18 Following

कुछ लम्हे, सिर्फ लम्हे नहीं बल्कि ज़िन्दगी होते हैं
Joined 27 September 2019


कुछ लम्हे, सिर्फ लम्हे नहीं बल्कि ज़िन्दगी होते हैं
Joined 27 September 2019
19 SEP 2021 AT 5:23

दाएं-बाएं ,सीधा तो कभी उल्टा
न जाने कितनी करवटें बदली,
न जहन से तुम्हारा ख्याल उतरा
नाही नींदों ने आंखो में जगह ली..

-


6 FEB 2021 AT 21:42

तुम हँसे प्यार से बोले
और हम प्यार समझ बैठे
नादान, तुम्हारे फरेब को
हम एतबार समझ बैठे..

-


4 JAN 2021 AT 18:50

चलो इस बार फिर
कुछ इस तरह, एक हो जाये
के जिस्म तुम रहो
और हम, तुम्हारी परछाई हो जाये...

-


14 NOV 2020 AT 7:51

Happy diwali

-


29 AUG 2020 AT 20:18

अब जब तुम ज़िन्दगी से चले गए हो
तो हम बस इतने से खफ़ा हैँ तुमसे
के तुम कभी ख्वाबों मे आ जाते हो
तो हम करवटे बदल नींद तोड़ देते है...

-


26 AUG 2020 AT 22:22

तेरे बगैर मैंने तुझे कितना जाना है
ज़िद्द करता रहूँगा, की तुझे पाना है
मुकद्दर मे मेरे, तू हो या ना हो,
मैं अपनी कोशिश करता रहूँगा
और तुझे अपनी करते जाना है..

-


17 JUL 2020 AT 17:21

मैं नही जनता की तुम क्या और किसमे मशरूफ हो,
पर तुम्हे भी नहीं मालूम की तुम किससे महरूम हो..

-


12 JUL 2020 AT 20:12

कुछ मंजर रह गये हैं हमारे
कारनामो के मेरी आँखों मे सोने
नहीं देते उन्हें खोना चाहता हूँ !

जब तन्हा रातो मेकभी नींद
आये तब पलकों को आँखों पर
बिछा कर सोना चाहता हूँ!

तुम मुझको क्यों बाटती हो
मुझी से हरपल ये बता दो
मैं तो बस खुद का होना चाहता हूँ..

-


8 JUL 2020 AT 8:08

जिसको दिल-ओ -जान से चाहो वो मिलता नहीं हैं
जो मिलता हैं उसकी कभी चाह ही नहीं होती |

आँखें जिसके लिए रोइ उसने कभी इसे पोछा नहीं
जिसने आँसुओ को पोछा उसके लिए कभी रोइ नहीं |

जिससे हम अधूरे थे उसने मुकम्मल किया ही नहीं,
जिससे मुकम्मल थे उसको कभी भाव दिया ही नहीं |

जिसने नींदो को उड़ाया उसने कभी सुलाया नहीं
जिसने हमें सुलाया उसके लिए कभी जगे ही नहीं |

जिसकी तलाश थी दरबदर उसने रास्ता दिखया नहीं
जिसने ज़िन्दगी के सारे रास्ते दिखाये उसे सर झुकाया ही नहीं |

जिसका हाथ पड्कना था उसने हाथ आगे बढ़ाया ही नही
जिसकी उम्रभर ऊँगली पकड़ी उसका साथ निभाया ही नहीं |

-


15 JUN 2020 AT 20:17

मिलो तुम हमसे तुम्हारे हुस्न कि
एक एक बारीकियां बता दूंगा
कभी बैठो मेरी कलम के सामने
मैं तुम्हे खुदा बना दूंगा

-


Fetching धीरज सिंह Quotes