विजयदशमी के पावन अवसर पर प्रभु श्री राम आपकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण करें।
विजयादशमी पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं।-
एक पहाड़ सी तुम मेरे सपनों में ऐसे समाई हुई हो
जैसे मेरी आंखो ने रोज तुम्हारी परिक्रमा लगाई हुई हो
दिन रात सुबह शाम मैं करता हु सिर्फ वही बाते
जो कभी न कभी तुमने मुझे बताई हुई हो।।-
जब लोग आपसे दूर जाना चाहे
तो उन्हे चले जाने देना चाहिए,
किसी के साथ जबरदस्ती करने पर
यादें भी खूबसूरत नही रह जाती।।-
उसका चेहरा भुलाने की बहुत कोशिश की मैने
वजाहट इन्ही कोशिशों के वो याद रही मुझको।।-
होली मनाने का भी रंग है अपना
इसे मनाने में जरा भी शर्म न करना
उड़ाओ रंग गुलाल होगी गुझिया पपड़ियां की भरमार
खेलो खाओ और जमकर मनाओ होली का त्योहार।।
Happy Holi 🎉👍-
धुंध में ढकी हुई है तुम्हारी प्रेमिका,
सूर्य तुम आओ और निभाओ अपनी भूमिका |
आजाद करो मुझे अपने रकीब के अंधेरे से,
आशा है मुझे सिर्फ तुमसे होने वाले सवेरे से।-
तुम्हारे और मेरे बीच का रिश्ता बड़ा आसान सा है
जैसे एक प्यारा रिश्ता इस धरती और चांद का है
जब तक देख न लूं दिन में चेहरा तुम्हारा
नही आता मेरे दिल को ज़रा भी आराम सा है।।
तुम दूर हो तो ये दिन लगता एक लंबी शाम सा है
पास रहो रहो ये दिन लगता खुशी के जाम सा है
चांद यूं ही नहीं लगता चक्कर अपनी धरती का
मिलता धरती से प्रकाश चांद को उसके प्यार सा है।।-
"क्यों दूर चली जाती हो"
मैं तुमसे मिलने आता हूं ,तुम दूर चली जाती हो
तुम्हारे संग खाना खाने को ही तो मैं टिफिन लाता हूं
न जाने फिर भी क्यों मुझसे तुम दूर चली जाती हो।।
अगर साथ रहो तुम मेरे तो कुछ बाते हो जाती है
तुम्हे देख कर ही तो मेरे चेहरे पर रंगत आती है
क्या खबर है तुमको इस कविता में भी तुम हो
न जाने फिर भी क्यों तुम मुझसे दूर चली जाती हो।-
सफर में मिले अपने अश्कों को संभाल रखा है मैंने
मंजिल मिलने पर मुझसे न पूछना मैं क्यों रोया।।-