,इसमें सबका आना जाना है...ज़िन्दगी की इस भाग दौड़ में,कुछ खोना, कुछ पाना है... -
,इसमें सबका आना जाना है...ज़िन्दगी की इस भाग दौड़ में,कुछ खोना, कुछ पाना है...
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जुड़ भी गये तो,एक कसक रह जायेगी।अलगाव की फिर से,एक वजह रह जायेगी।। -
जुड़ भी गये तो,एक कसक रह जायेगी।अलगाव की फिर से,एक वजह रह जायेगी।।
अपनों की कमी को , कहाँ कोई पूरी करता है...यादों के सहारे ही , अब तो जीवन गुजरता है... -
अपनों की कमी को , कहाँ कोई पूरी करता है...यादों के सहारे ही , अब तो जीवन गुजरता है...
थोड़ा सा कुछ पाया है,कोशिश है पाने की वोजो अफ़सानों ने फरमाया है।— % & -
थोड़ा सा कुछ पाया है,कोशिश है पाने की वोजो अफ़सानों ने फरमाया है।— % &
गुमसुम सा निहारते रहना,यूँ आस लगाये रहना उसकाएकांत में खुद को सँवारते रहना।— % & -
गुमसुम सा निहारते रहना,यूँ आस लगाये रहना उसकाएकांत में खुद को सँवारते रहना।— % &
भागीदारी सबकी है,राष्ट्र के इस त्योहार मेंहिस्सेदारी सबकी है।— % & -
भागीदारी सबकी है,राष्ट्र के इस त्योहार मेंहिस्सेदारी सबकी है।— % &
यह लोकतंत्र हमारा है।सबसे ये प्यारा है,सबका राजदुलारा है।इस पर कितनों ने तन मन वारा है,हमारे संविधान ने इसको सँवारा है।— % & -
यह लोकतंत्र हमारा है।सबसे ये प्यारा है,सबका राजदुलारा है।इस पर कितनों ने तन मन वारा है,हमारे संविधान ने इसको सँवारा है।— % &
तुझसे दूर होकर ही तो,पल पल मिट रहा हूँ ।अब तो दुनियां से दूर,खुद में ही सिमट रहा हूँ।। -
तुझसे दूर होकर ही तो,पल पल मिट रहा हूँ ।अब तो दुनियां से दूर,खुद में ही सिमट रहा हूँ।।
पता है सबकुछ,बस बताते नहीं है।महसूस करते है हर एक एहसास,बस जताते नहीं है।। -
पता है सबकुछ,बस बताते नहीं है।महसूस करते है हर एक एहसास,बस जताते नहीं है।।
वो बचपन बड़ा मासूम था,जहाँ कुछ भी ना हमें मालूम था। -
वो बचपन बड़ा मासूम था,जहाँ कुछ भी ना हमें मालूम था।