अभी कल की ही तो बात है, यह जीवन किस क्षण कहां मुख मोड़े पता नहीं, वह परमसत्ता कब किस कर्म का फल देदे पता नहीं....
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10 JUN AT 9:38
17 MAY AT 19:21
अपनी हस्ती अपने वजूद को मिटाके चले हैं हम
उस हर नई डगर पर मुस्कुराके चले हैं हम...
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5 MAY AT 15:04
कुछ तो छूट गया था यहां मेरा,
जिसकी तलाश में आता जाता रहता हूं...-
29 APR AT 18:44
जो चीज़ तेरे नहीं थी किसी काम की ,
उसे अब दे दिया उसको जिसके थी काम की।-
25 MAR AT 9:41
जब आपको लगे मेरी दुनिया बहुत छोटी हो गई है, वही सही समय है, अपने पंखों को खोलने का...
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24 MAR AT 21:00
मैंने उसे नवाज़ा बेपनाह मुहब्बत से
वो ऐसा मालिक बन बैठा,
खुदा से भी ऊपर हो गया।
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24 MAR AT 11:11
छुट जाएगा सब तेरे हाथ से खुद ही एक दिन, अभी आनंद कर बीते ज़ख्मों पर नमक ना लगा...
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8 MAR AT 13:15
उज़ाले और अंधेरे सब देन हैं उसी की,
मैं उसमें भी खुश था मैं इसमें भी खुश हूं...-
3 FEB AT 10:28
अपने जीवन को स्वयं नियंत्रित करो, अपने एकांत को दृढ़ करो, अपने भीतर की सत्ता को धीरे धीरे बहने का अवसर दो ताकि अपने जीवन का वास्तविक लक्ष्य पकड़ पाओ।
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