दिल जान जिगर जाना, सिर्फ तेरे लिए ...
मेरा हर एक अल्फाज जाना, तेरे लिए ।।
मैं लिखूं तुझे हर रोज, मैं तुझे संवारू भी
मेरी सुबह भी तेरी, मेरी शाम भी जाना तेरे लिए
तू मेरी हर ख्वाहिश में सबसे ऊपर...
मेरी दुआ जाना सिर्फ तेरे लिए !
मुकम्मल करू मैं हर राह रहकर तेरे करीब
मेरी मंजिल तू, मेरा सफर जाना तेरे लिए
बे फिजूल है मेरा सब कुछ, जो तेरा उसमे खयाल नही
खुद से भी ना मांगू में वक्त मेरा, मेरा हर लम्हा सिर्फ तेरे लिए !!...
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