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Dharmendra Barad
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Joined 21 December 2018
11 JUN 2020 AT 18:43
यु ही नहीं हुए थे
हम उन पर फ़िदा....!
हमें पता था वो
चाय के शौक़ीन है....!!❤☕-
10 JUN 2020 AT 20:31
*अजनबी शहर मे किसी ने
पीछे से पत्थर फेंका है,*
*जख्म कह रहा है जरुर
इस शहर मे कोई अपना मौजूद है।।*-
10 JUN 2020 AT 12:02
जो कह दिया वो अल्फाज़ थे
जो कह ना सके वो जज़्बात थे
जो कहते.. कहते न कह पाये वो
एहसास थे-
9 JUN 2020 AT 21:11
लाजमी नही कि तुम भी चाहो,
मैं इश्क हूं एकतरफ़ा भी हो सकता हूं..!!❤-
8 JUN 2020 AT 21:36
पूरे की तमन्ना में इंसान ..........
बहुत कुछ खोता है
भूल जाता है कि
आधा चाँद 🌙 भी हसीन होता है
Good night sweet dreams-
6 JUN 2020 AT 22:41
गिरोह तो ऐसे गिरोह
झरना की तरह
जो गिर के भी
अपनी सुन्दरता
नहीं खोने देता-
6 JUN 2020 AT 17:57
"' कुछ तो चाहत होगी
इन बूंदों की भी
वरना....
कौन वापस गिरना चाहेगा इस जमींन पर
आसमान में पहुंच कर ''-