फिर एक रोज अपनी सारी ख्वाहिशे समेट कर लूंगा,खरीद कर एक पिंजरे वाला परिंदा रिहा कर दूंगा। -
फिर एक रोज अपनी सारी ख्वाहिशे समेट कर लूंगा,खरीद कर एक पिंजरे वाला परिंदा रिहा कर दूंगा।
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पहले नादानी में नाराज हो कर उस,शख्स के चले जाने के बाद कैसे,घुट घुट कर कैसे जीते है कोई हमसे पूछे। -
पहले नादानी में नाराज हो कर उस,शख्स के चले जाने के बाद कैसे,घुट घुट कर कैसे जीते है कोई हमसे पूछे।
You will never understand the hellI feel inside my head. -
You will never understand the hellI feel inside my head.
मुझको कही तन्हाई में ले जा मुर्शद ! करीबी, दूर के ये कितने लोग रूठे है मुझसे। -
मुझको कही तन्हाई में ले जा मुर्शद ! करीबी, दूर के ये कितने लोग रूठे है मुझसे।
उसकी यादो का सैलाब आया है अब सहा नही जाता,क्या गुजरती है मुझमे अब लफ्जो मे कुछ कहा नही जाता । -
उसकी यादो का सैलाब आया है अब सहा नही जाता,क्या गुजरती है मुझमे अब लफ्जो मे कुछ कहा नही जाता ।
अब थक चुके है ये कदमचल घर चले मेरे हमदम।🤍 -
अब थक चुके है ये कदमचल घर चले मेरे हमदम।🤍
तुम....बस तुम...🤍 -
तुम....बस तुम...🤍
उम्र को हराना है तो शौख जिंदा रखिए,चंद दोस्त रखिए मगर चुनिंदा रखिए। -
उम्र को हराना है तो शौख जिंदा रखिए,चंद दोस्त रखिए मगर चुनिंदा रखिए।
सुनो मुर्शद ! ले चलो कहीं वादीयों में मुझे,मेरे दर्द चीखने को ये गलियां काफी नही..!! -
सुनो मुर्शद ! ले चलो कहीं वादीयों में मुझे,मेरे दर्द चीखने को ये गलियां काफी नही..!!
सुनो...नूर...हर एक जरिया साजिश कर रहा है हमे मिलाने की,अब तू बात ना करना मुझसे जुदा होने की,तुम हो मेरी ला हासिल मुहोब्बत तेरी तलब उम्रभर की है,में भी रूठी तू भी रूठा अब बात करके सारे मसले हल हों जाने दो ना। -
सुनो...नूर...हर एक जरिया साजिश कर रहा है हमे मिलाने की,अब तू बात ना करना मुझसे जुदा होने की,तुम हो मेरी ला हासिल मुहोब्बत तेरी तलब उम्रभर की है,में भी रूठी तू भी रूठा अब बात करके सारे मसले हल हों जाने दो ना।