नहीं कहीं कोई तेरे जैसा, कुछ फीके कुछ बेजान प्रिये.!
सुंदरता के मापदंड पर, तेरा सबसे अव्वल स्थान प्रिये.!!
और भला क्या कहूँ तुम्हें, तुम क्या हो इससे हीं जानो.!
सारी दुनिया इक अँधियारा, तुम 'पूनम का चाँद' प्रिये.!!-
दिल में होगी धड़कन जब तक,
और पलकों में हलचल होगी..।
मेरे सीने में साँसो का,
बना जब तक आधार रहेगा..।
तब तक तुमसे प्यार रहेगा.।।
लहू नसों में दौड़ेंगे जब तक,
और खिलेंगे रोम बदन में..।
मेरी अंगुलियों की नह में,
होता जब तक विस्तार रहेगा..।
तब तक तुमसे प्यार रहेगा.।।
देख सकेंगी नज़रें जब तक,
और अंगों में जान रहेगी..।
मेरे तन का मन से मेरे,
साझा जब तक संचार रहेगा..।
तब तक तुमसे प्यार रहेगा.।।-
वार कायरों सा करके, तू समझा मजबूर करेगा.!?
हिम्मत सावित्री दुर्गा की, यूं हीं चकनाचूर करेगा.!?
कैसे खाली जाती आखिर नारी की चित्कार भला.!?
कल जो वो ना कर पाईं,अब उनका 'सिंदूर' करेगा.!!-
जीने को जो बहुत ज़रूरी,इस दुनिया में reason है ।
सबको ग़र वायु मानो तो, 'राम' नाम oxygen है ।।-
हर सुबह और हर अपनी शाम कर के
अपनी साँसों को तुझ पे तमाम कर के
ले कर तेरा हर एक ग़म अपने साथ मैं
जाऊंगा सारी खुशियाँ तेरे नाम कर के-
कलुष हृदय का हर तम,शीघ्र दूर आप कर देना
ज्ञान बुद्धि से तन मन की,झोली सारी भर देना
रखना हाथ मेरे सिर पर,इससे ज्यादा चाह नहीं
चरणों में तेरी स्थान मिले,माँ तुम इतना वर देना-
दूरियों के दरमियां थोड़ी मुलाक़ात ज़रूरी है
दिल के दिल से जुड़ने को जज़्बात ज़रूरी है
ये सोच कर रहने दो, लोगों की दो बातों को
मोहब्बत में ज़माने के इल्ज़ामात ज़रूरी हैं-
मिले हो तुम मुझे जब से तभी से हाल बदला है
ज़माने भर में दिल मेरा एक तुम से हीं बहला है
ये है वादा रहेगा सिलसिला जारी क़यामत तक
बहुत बाकी मोहब्बत है,अभी तो साल पहला है-