Dhananjay Kumar  
10 Followers · 6 Following

Joined 11 April 2020


Joined 11 April 2020
14 MAR AT 19:00

गिरगिट भी रंग बदलता है
ये कभी न जान पाते यदि
उसे विभिन्न रंग की टहनियों पे
बैठा न देख पाते।

-


12 FEB AT 10:53

हम वर्तमान को जीते समय भूल जाते हैं कि
यादें अच्छी होंगी या बुरी इसी पे निर्भर करतीं हैं।

-


2 FEB AT 11:53

नाराजगी नहीं है किसी से भी
बस थे कुछ लोग ख़ास
जो हो गए मेरी नजरों में
अपनी हरकतों से आम।

-


28 JAN AT 18:09

इस फ़रेबी दुनियां में
वफ़ा ढूंढने चला था मैं ,
जहां सारे ज़ख्म भरने का वादा कर
ला – इलाज़ दर्द दे जाते हैं लोग।

-


21 DEC 2024 AT 16:45

ना पूछो यूं ग़ुमशुम रहने का सबब
कह दूं तो तुम्हें खो दूं
ना बोलूं तो मैं.. मैं ही न रहूं

-


19 DEC 2024 AT 20:53

यख–बस्ता सी हो चुकी है जिंदगी
अब एक रोशनी की दरकार है।

-


4 SEP 2024 AT 21:03

कितनी बड़ी विडंबना रही
तू मेरे अंदर थी
मैं पूरी दुनिया में ढूंढता रहा
#peace

-


6 AUG 2024 AT 12:38

खुद को समेट लिया है मैंने खुद में
पूरी दुनिया है मेरी
मैं ही मेरी दुनिया।

-


10 DEC 2023 AT 21:23

कभी कभी बिन मांगे ही मिल जाती हैं खुशियां
कभी कभी मांगे मौत मयस्सर नहीं होती

-


15 OCT 2023 AT 0:29

सब पूछते हैं मुँह फेर लेने का सबब
मैंने कहा
अब वो मेरी इक नज़र के लायक नहीं रहे

-


Fetching Dhananjay Kumar Quotes