कुछ खोकर कुछ पाना है...
यही जिंदगी जीने का बहाना है !💯
😍©️ ✍️धनंजय अशोक अहिरे-
हर कश्ती डूबने के लिये पाणी जरुरी नहीं होता...
कूछ कश्तियां इश्क में भी डूब जाती हैं...
🖋️©dhananjay_ashok_ahire
9511997132-
मैत्रीच्या पलिकडील आणि प्रेमाच्या अलीकडील एक नात..तुझ माझ..
तुझ क्षणिक रागवन...
आणि मी तुझी समजूत काढणं ..
खरंच वेगळंच आहे..
कुणी किती आपलस असावं..
जस तू माझ्या सोबत असावं..
सुखात नसलो तरी..
दुःखात सोबत असावं...
बोलल्यावर तुझ्याशी मन,
कसे हलके होत असते...
असल्या नसल्या जखमांवर ही,
औषधं मिळत असते...
असे सुंदर नाते आपले..
स्वार्थाच्या पलीकडले..
नाते मनाचे मनाशी..
त्याला कुठले नाव नसते..
देईन साथ तुला अशीच मी,
प्रत्येक प्रत्येक संकटात जीवनभर..
अशीच साथ असेल तुझी तर..
आनंदी असेल मी जीवनभर..
©कवी_धनंजय_अशोक_अहिरे,
9511997132
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उस रात से मैंने झूठ बोला
कि मैं सोने वाला हूं
सोने की आड में
मैं रोने वाला हूं
उस रात से मैंने झूठ बोला
कि मैं अकेला ही आया हूं
अकेलेपन के साथ में
बहुत कुछ लाया हूं
उस रात से मैंने झूठ बोला
कि मैं बहुत खुश रहता हूं
मेरी हर ख़ुशी के पीछे
मैं आंसू टपकाता हूं...
न जाने क्यों मैंने
झूठ बोला था
अपने ही साथ मैंने
खूनी खेल खेला था
उस रात से मैंने झूठ बोला था...-
वह झूठ जिसे हम बोलना चाहेंगे
जिससे सच बरकरार रहे
वह झूठ जिसे हम बोलना चाहेंगे
जिसे बचालु मैं किसी की जान
वह झूठ हम बोलना चाहेंगे
जिससे दुनिया का होगा भला
जिसे आएगी खुशियां हर किसी की घर में
जिसे रोशन हो हर किसी का आंगन
वह झूठ जो हम बोलना चाहेंगे
जिस से सिर्फ खुशियां ही खुशियां हो
जो बना रहे बेसहारे का सहारा
और जो हर किसी को मंजूर हो...
कवि धनंजय अशोक अहिरे
95 11 99 71 32-
It's Dhananjay Ashok Ahire. दुनिया के जलने से यदि आपको ऊर्जा मिलती है तो आप बहुत ही बुद्धिमान हो क्योंकि दुनिया आपको पीछे खींचना चाहती है और आप आगे चले जाते हो.
9511997132-
चांद हमारी बात तो सुन
प्यारी सी रात में एक सपना तो बुन
जब तक तू है
मेरे साथ मेरे सपने भी सुन
चांद हमारी बात तो सुन
तू बड़ा शांत है
और मैं शरारती
न जाने कैसी होगी हमारी दोस्ती की धून
चांद हमारी बात तो सुन
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