ये अल्फ़ाज़ काफी नहीं,इस दर्द के लिएजो खोया तूने क्यूँ समझेगा कोई,क्या मायने थे उसके तेरे लिएचर्चे है कई,ज़िन्दगी के फलसफों के यहाँमगर कोई बतायेगा नहीं,कि मौत भी शामिल है उनमें तेरे लिए©Devika parekh - तरपल
ये अल्फ़ाज़ काफी नहीं,इस दर्द के लिएजो खोया तूने क्यूँ समझेगा कोई,क्या मायने थे उसके तेरे लिएचर्चे है कई,ज़िन्दगी के फलसफों के यहाँमगर कोई बतायेगा नहीं,कि मौत भी शामिल है उनमें तेरे लिए©Devika parekh
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