देवीचंद संचेती   (देवीचंद संचेती)
27 Followers · 9 Following

Joined 24 July 2019


Joined 24 July 2019

सम्मान से जीएं,
अभिमान से नहीं
यही जीवन का व्याकरण है

-



जरूरी है अपने जेहन में राम को जिंदा रखना,
क्योंकि पुतले जलाने से कभी रावण नहीं मरते..

-




झूठ में आकर्षण हो सकता है
पर स्थिरता,सत्य में ही है।

-



कागज के टुकड़े करना सरल है
कपडे के टुकड़े करना थोडा कठिन है
लोहे के टुकड़े करना काफी कठिन है
लेकिन
हमारे जीवन में सबसे ज्यादा कठिन कुछ है तो वह है हमारे दिमाग के अन्दर स्थित "अहम" के टुकड़े करना

-



इस जीवन में
जीने से अधिक
मरने के क्षण आयेंगे,
किंतु हमें
उनमें भी जीना है

-



दौलत
सिर्फ इंसान के
रहन-सहन का तरीका
बदल सकती है
बुद्धि , नीयत और
तकदीर नहीं

-



उबलते पानी मे
"परछाई"
और
परेशान "मन" से
समाधान" नही दिखते
अतः शांत चित्त रहिए

-



"वो दे दे तो शुक्र कर"
"ना दे तो सब्र कर"
ऐ बंदे,तू अपनी जिन्दगी में..
इन दो बातों पर अमल कर..

-



हे दुख भंजन त्रिशला नंदन
सुन लो मेरी पुकार
सिद्धार्थ सुत वंदन बारंबार
सिद्धार्थ सुत वंदन बारंबार
हे दुख भंजन त्रिशला नंदन ।

-



*डर*
ही वाइरस है

*विश्वास*
ही वैक्सीन है...
❤️❤️❤️❤️

-


Fetching देवीचंद संचेती Quotes