पिता एक उम्मीद है, एक आस है
परिवार की हिम्मत और विश्वास है,
बाहर से सख्त अंदर से नर्म है
उसके दिल में दफन कई मर्म हैं।
पिता संघर्ष की आंधियों में हौसलों की दीवार है
परेशानियों से लड़ने को दो धारी तलवार है,
बचपन में खुश करने वाला खिलौना है
नींद लगे तो पेट पर सुलाने वाला बिछौना है।
पिता जिम्मेदारियों से लदी गाड़ी का सारथी है
सबको बराबर का हक़ दिलाता यही एक महारथी है
सपनों को पूरा करने में लगने वाली जान है।
इसी से तो माँ और बच्चों की पहचान है।
पिता ज़मीर है पिता जागीर है
जिसके पास ये है वह सबसे अमीर है,
कहने को सब ऊपर वाला देता है
पर ख़ुदा का ही एक रूप पिता का शरीर है।-
दिल जब घबराये तो खुद को एक किस्सा सुना देना
जिन्दगी कितनी भी मुश्किल क्यूँ ना हो मुस्कुरा देना..
आसानी से सब कुछ हासिल हो तो उसकी कदर कहाँ ?
जरूरी है कुछ पाने के लिए कुछ गंवा देना..
जाहिर है मुसीबतों में साथ कोई अपना नहीं रहता
चुप रहना बेशक आँख से एक कतरा बहा देना..
शिकायतें सिर्फ दिल मैला करती हैं और कुछ नहीं
आसान है गले मिल कर कभी सब कुछ भूला देना..
बीते हुए दौर की बातें याद कर क्या हासिल प्यारे
क्या जरूरी है कल की याद में अपने आज को सज़ा देना..
कुछ कमियां हम सब में है, ये जानते हैं हम
बहुत बडी बात है,, किसी के ऐब को बेवजह छुपा देना..-
फूलों ने हंसना सिखाया,
कांटों ने दर्द सहना सिखाया,
आसमान ने ऊंचा उड़ना सिखाया,
माता पिता ने बड़ों का सम्मान करना सिखाया,
दोस्तों ने अपनों के लिए जीना सिखाया,
वक्त ने अपने और पराये का एहसास कराया,
प्यार ने तकलीफ में भी दूसरों के सामने मुस्कुराना सिखाया,
जरूरतों ने ख्वाब पूरे करने का सपना दिखाया,
वक्त ने आगे बढ़ना सिखाया,
पैसो ने अपनों का बदलता रूप दिखाया,
जिंदगी के रंगमंच पर,
कोरे कागज सी है ये जिंदगी,
सब कुछ होने के बाद भी,
अधूरी सी है ये जिंदगी |-
थोड़ी खामोशी रखो और रिश्तों को कहने दो ना बांधों ना बँधो, निश्छल स्वरूप में बस बहने दो!
प्यार है सच्चा, तो भरोसा भी पक्का ही रखो बढ़ने दो उम्र को, दिल को हमेशा बच्चा ही रखो !
थोड़ी सी नोक झोंक तो रिश्तों में जरुरी है बहुत प्यार का रंग गहरा और शिकवों का हल्का ही रखो !
जो रूठ जाये कोई, तो मना लो करके प्यार की बातें रिश्तों में परवा जरुरी है बहुत, इस बात का हमेशा एहसास रखो !
प्यार में अक्सर, आप से तुम, तुम से तू होना लाज़मी है बहुत खूबसूरत रहेगा रिश्ता हमेशा बस एक दूसरे के बिचारों का, दिल से सम्मान रखो !-
सुनो मैंने दिल तोड़ना नहीं,
दिल रखना सीखा हैं..!
मैंने रिश्तों से खेलना नहीं,
रिश्ते निभाए कैसे जातें हैं वो सीखा हैं..!
रिश्तों में अकड़ नहीं,
रिश्तों में झुकना सीखा हैं..!
ख़ुद रो कर भी दूसरों के चहरे पर हंसी सजाना सीखा हैं..!
मुश्किल घड़ी में साथ छोड़ना नहीं, साथ देना सीखा हैं..!
छोटी छोटी बातों में रिश्ते तोड़ना नहीं, उन बातों को भूलकर माफ़ करना सीखा हैं..!
बस मेरे हिसाब से जितना सीखा हैं बहुत बख़ूबी सीखा हैं...!!-
यहाँ हर दिल में एक अधूरी सी कहानी है ।
तन्हाइयों में हर किसी की जिंदगी रूहानी है ।
बाहर से हर चेहरा हंसता हुआ नजर आएगा भीतर से टटोलोगे तो हर आंख में पानी है।
कुछ यादें लिए बैठे है कुछ किस्से लिए बैठे है।
यहां लोग एक दिल के कई हिस्से लिए बैठे है।
बैठिए किसी के पास कुछ पल हमराह बनकर तभी जान पाओगे, दर्द में कितनी सुनामी है।
कोई "दर्द" कह देता है तो किसी को कहना नही आता कोई पत्थर बन जाता है किसी को चुप रहना नही आता सबकी आदत औरों को जानना है, और अपनी छुपानी है।
चुप रहकर जिम्मेदारियां निभानी है बस यही जिंदगानी है।-
-इंतज़ार-
• इंतजार करूंगी तुम्हारा,
बस अपनी हाल चाल की खबर मुझ तक पहुंचाते रहना । थोड़ी सी बात कर लेना, चाहे गालियां सुना लेना। चेहरे पे मुस्कान रखना, दिल में खुशी, क्यों की तुम ही मेरी ताकत हो, और तुम ही खुशी !
प्यार इतने सालों का मिट ता ऐसे ही नहीं। रिश्ता आत्मा का है, टूट ता ऐसे ही नहीं । जान है तू मेरी, खुद को संभाले रखना।
अपने हाल चल की खबर, मुझ तक पहुंचते रहना!
नहीं जी पाएंगे ऐसे, ये तुम भी जानते हो । सांसे बसी है तुझमें, ये तुम भी मानते हो । करूंगी तुम्हारा इंज़ार, पर मेरी हिम्मत बनाए रखना अपने हाल चल की खबर ,
मुझ तक पहुंचते रहना! मुझ तक पहुंचते रहना!!-
कुबूल हैं जिंदगी का हर तोहफ़ा मैंने ख्वाहिशों का नाम, बताना छोड़ दिया
जो दिल के क़रीब हैं, वो मेरे अजीज़ है मैंने गैरों पे हक़, जताना छोड़ दिया
जो समझ ही नहीं सकते दर्द मेरा मैंने उन्हें ज़ख्म, दिखाना छोड़ दिया
जो गुजरती हैं दिल पे, हक़ीक़त हैं मेरी मैंने दिखावे के लिए, मुस्कुराना छोड़ दिया
जो महसूस ही नहीं करते ज़रूरत मेरी मैंने उनका साथ, निभाना छोड़ दिया
जो चाहतें है रहना बस नाराज़ मुझसे मैंने उन्हें बार बार, मनाना छोड़ दिया
जो मेरे अपने हैं, वो मिलेंगे ज़रूर मुझे मैंने बेवजह बंदिशे, लगाना छोड़ दिया
दिल पर क्या गुजरती है किसी से बिछड़ने के बाद,ये सब कुछ बताना छोड़ दिया-
पहली मोहब्बत के लिए दिल जिसे चुनता है,
वो अपना हो न हो दिल पर राज हमेशा उसी का रहता है,
मोहब्बत लिबास नहीं जो हर रोज़ बदल जाए , मोहब्बत कफ़न है पहनकर उतारा नहीं जा सकता ,
मोहब्बत होते ही उसी से बात करने की आदत होना मौत से ज्यादा खतरनाक होती है , मौत तो एक बार आती है पर जब उसे बात करने की लत हो जाए और बात न हो तो वो इंसान घुट - घुट कर बार - बार मरता है ,
मैं बताऊँ सच्ची वफ़ादार मोहब्बत की निशानी , वो तुमसे वक़्त माँगेगी दौलत नहीं ,
कमाल की चीज़ है ये मोहब्बत , अधूरी हो सकती है पर कभी खत्म नहीं हो सकती .....-
हर रिश्ता दिल से निभाती हूँ
दिमाग नहीं लगाती
ये मेरी ताकत है कमजोरी तो नहीं ॥
हर किसी की मदद करती हूँ
ये मेरा स्वभाव है।
कोई मतलब हों सबसे
ये जरूरी तो नहीं ॥
लापरवाह हूँ खुद के लिए
सबकी परवाह हूं करतीं
सबको अच्छी ही लगती हूँ
ये जरूरी तो नहीं ॥
अलग हूँ शायद सबसे
गलती भी करती हूँ
पर हर बार मैं ही गलत हूँ
ये जरूरी तो नहीं ॥-