अपनी जुल्फें भिखेर कर, हमें उस पर सुला गई।फिर सब कुछ याद करा कर, हमको ही भुला गई।।मै पत्थर दिल, सोचा सह लूंगा उसका भुला देना।लेकिन, आखिरी दिन बात करके हमको रुला गई -
अपनी जुल्फें भिखेर कर, हमें उस पर सुला गई।फिर सब कुछ याद करा कर, हमको ही भुला गई।।मै पत्थर दिल, सोचा सह लूंगा उसका भुला देना।लेकिन, आखिरी दिन बात करके हमको रुला गई
-
ओ कल भी काटी थी, ओ कल भी काटेगी। अपने इश्क का प्रसाद, साली सब में बाटेगी।। -
ओ कल भी काटी थी, ओ कल भी काटेगी। अपने इश्क का प्रसाद, साली सब में बाटेगी।।
ये सडियल सा ड्रामा, मेरे संग ना कर।मेरी जिन्दगी में आके, मुझे तंग ना करछोड़ दे मुझे अकेला, इस मायाबी दुनिया मेंअपनी माया से मेरी तपस्या, भंग ना कर।। -
ये सडियल सा ड्रामा, मेरे संग ना कर।मेरी जिन्दगी में आके, मुझे तंग ना करछोड़ दे मुझे अकेला, इस मायाबी दुनिया मेंअपनी माया से मेरी तपस्या, भंग ना कर।।
तेरी खातिर मै मेहनत, भी कर जाऊंगा पाकर सफलता, तुमको, मै दिखलाऊंगा।तू करती रह रश्मो-रिवाजों की तैयारीशादी करके तुमको, ही दुलहन बनाऊंगा। -
तेरी खातिर मै मेहनत, भी कर जाऊंगा पाकर सफलता, तुमको, मै दिखलाऊंगा।तू करती रह रश्मो-रिवाजों की तैयारीशादी करके तुमको, ही दुलहन बनाऊंगा।
तेरे होते हुए क्यूं, किसी और को फना दू।तू जान है मेरी क्यूं, दुनिया को जना दू।।मेरे दिल में तू इस कदर बसी है कि,,,पगली, आंख बंद करके तेरी, तस्वीर बना दू।। -
तेरे होते हुए क्यूं, किसी और को फना दू।तू जान है मेरी क्यूं, दुनिया को जना दू।।मेरे दिल में तू इस कदर बसी है कि,,,पगली, आंख बंद करके तेरी, तस्वीर बना दू।।
मै, इश्क का, इस कदर इजहार करता हूं।बात ना हो तुमसे, तो शक हजार करता हूं।।मेरे शक के कारण तुम रूठ मत जाना।पगली, मै तो सिर्फ तुमसे ही प्यार करता हूं।। -
मै, इश्क का, इस कदर इजहार करता हूं।बात ना हो तुमसे, तो शक हजार करता हूं।।मेरे शक के कारण तुम रूठ मत जाना।पगली, मै तो सिर्फ तुमसे ही प्यार करता हूं।।
ऐ जिन्दगी, तू मुझको, आजमाई बहुत हैमेरे रोम रोम को, तू सताई बहुत है।।अब तो दे दे दो पल की खुशियांक्युकी,मैंने उसे खुश रखने की कसम, खाई बहुत है।। -
ऐ जिन्दगी, तू मुझको, आजमाई बहुत हैमेरे रोम रोम को, तू सताई बहुत है।।अब तो दे दे दो पल की खुशियांक्युकी,मैंने उसे खुश रखने की कसम, खाई बहुत है।।
यदि रुचि नहीं है मुझमें, तो मुझसे क्यू नहीं कहती।यदि दिल में है कोई बाते, तो खामोश क्यू तू रहतीअगर है को परेशानी तो बता दे ना मुझसेपरेशानियों के बोझ को, अकेले तू क्यू सहती।। -
यदि रुचि नहीं है मुझमें, तो मुझसे क्यू नहीं कहती।यदि दिल में है कोई बाते, तो खामोश क्यू तू रहतीअगर है को परेशानी तो बता दे ना मुझसेपरेशानियों के बोझ को, अकेले तू क्यू सहती।।
बिन बात किए, कोई दिन गुजरता नहीं था आज महीने गुजर गए, क्या बात है।कोई परेशानी हुए या कोई अच्छा मिला।कह दे, दिल में छुपा तेरे, जो घात है।।सहता आया हूं, इक बार और, सह लूंगा मै।मेरे दिल में भरा, सब जज़्बात हैं।। -
बिन बात किए, कोई दिन गुजरता नहीं था आज महीने गुजर गए, क्या बात है।कोई परेशानी हुए या कोई अच्छा मिला।कह दे, दिल में छुपा तेरे, जो घात है।।सहता आया हूं, इक बार और, सह लूंगा मै।मेरे दिल में भरा, सब जज़्बात हैं।।
तेरी एक झलक पाने के खातिर, अखियां तरस रही है। दिल से दिल मिल जाने खातिर, बहियां तरस रही है। मै प्रेम पुजारी तुमसे, अटूट मोहब्बत करता हू।लेकिन तेरे पैरों को चूमने के खातिर, मेरी रहियां तरस रही है। -
तेरी एक झलक पाने के खातिर, अखियां तरस रही है। दिल से दिल मिल जाने खातिर, बहियां तरस रही है। मै प्रेम पुजारी तुमसे, अटूट मोहब्बत करता हू।लेकिन तेरे पैरों को चूमने के खातिर, मेरी रहियां तरस रही है।