DEVESH YADAV   (devesh)
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I'm not a perfect writer, but, which i write that's perfect✍️✍️
Joined 30 January 2019


I'm not a perfect writer, but, which i write that's perfect✍️✍️
Joined 30 January 2019
16 APR 2022 AT 13:24

अपनी जुल्फें भिखेर कर, हमें उस पर सुला गई।
फिर सब कुछ याद करा कर, हमको ही भुला गई।।

मै पत्थर दिल, सोचा सह लूंगा उसका भुला देना।
लेकिन, आखिरी दिन बात करके हमको रुला गई

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3 APR 2022 AT 18:37

ओ कल भी काटी थी, ओ कल भी काटेगी।
अपने इश्क का प्रसाद, साली सब में बाटेगी।।

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2 APR 2022 AT 17:48

ये सडियल सा ड्रामा, मेरे संग ना कर।
मेरी जिन्दगी में आके, मुझे तंग ना कर

छोड़ दे मुझे अकेला, इस मायाबी दुनिया में
अपनी माया से मेरी तपस्या, भंग ना कर।।

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24 MAR 2022 AT 0:49

तेरी खातिर मै मेहनत, भी कर जाऊंगा
पाकर सफलता, तुमको, मै दिखलाऊंगा।

तू करती रह रश्मो-रिवाजों की तैयारी
शादी करके तुमको, ही दुलहन बनाऊंगा।

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6 MAR 2022 AT 0:10

तेरे होते हुए क्यूं, किसी और को फना दू।
तू जान है मेरी क्यूं, दुनिया को जना दू।।

मेरे दिल में तू इस कदर बसी है कि,,,
पगली, आंख बंद करके तेरी, तस्वीर बना दू।।

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20 FEB 2022 AT 22:16

मै, इश्क का, इस कदर इजहार करता हूं।
बात ना हो तुमसे, तो शक हजार करता हूं।।

मेरे शक के कारण तुम रूठ मत जाना।
पगली, मै तो सिर्फ तुमसे ही प्यार करता हूं।।

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15 FEB 2022 AT 23:39

ऐ जिन्दगी, तू मुझको, आजमाई बहुत है
मेरे रोम रोम को, तू सताई बहुत है।।

अब तो दे दे दो पल की खुशियां
क्युकी,मैंने उसे खुश रखने की कसम, खाई बहुत है।।

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14 FEB 2022 AT 4:18

यदि रुचि नहीं है मुझमें, तो मुझसे क्यू नहीं कहती।
यदि दिल में है कोई बाते, तो खामोश क्यू तू रहती

अगर है को परेशानी तो बता दे ना मुझसे
परेशानियों के बोझ को, अकेले तू क्यू सहती।।

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28 JAN 2022 AT 0:12

बिन बात किए, कोई दिन गुजरता नहीं था
आज महीने गुजर गए, क्या बात है।

कोई परेशानी हुए या कोई अच्छा मिला।
कह दे, दिल में छुपा तेरे, जो घात है।।

सहता आया हूं, इक बार और, सह लूंगा मै।
मेरे दिल में भरा, सब जज़्बात हैं।।

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31 DEC 2021 AT 23:30

तेरी एक झलक पाने के खातिर, अखियां तरस रही है।
दिल से दिल मिल जाने खातिर, बहियां तरस रही है।

मै प्रेम पुजारी तुमसे, अटूट मोहब्बत करता हू।
लेकिन तेरे पैरों को चूमने के खातिर, मेरी रहियां तरस रही है।

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