जवानी में कई गजलें, अधूरी छूट जाती हैं..
कई ख्वाहिश तो दिल ही दिल में, पूरी छूट जाती हैं..।। ।।।।
जुदाई में तो मै उससे, मुकम्मल बात करता हूं..
मुलाकातों में सब बातें, अधूरी छूट जाती हैं.।।। ।- Devesh
23 OCT 2019 AT 21:47
जवानी में कई गजलें, अधूरी छूट जाती हैं..
कई ख्वाहिश तो दिल ही दिल में, पूरी छूट जाती हैं..।। ।।।।
जुदाई में तो मै उससे, मुकम्मल बात करता हूं..
मुलाकातों में सब बातें, अधूरी छूट जाती हैं.।।। ।- Devesh