उजाड़ दिया तेरी ख्वाहिशों ने मुझे....
वरना मैं भी जहां कदम रखता था महफिल में जान आ जाती थी।।।।
और शुष्क मौसम में भी बिना बादल बरसात आ जाती थी।।-
मंजिल ने हौसलों से कहा..
तेरे बस की बात नही।।
हौसलों ने मंजिल की आंखों में आंखे डाल कर कहा....
"चल झुट्ठी"तेरी इतनी औकात नहीं।।।
मंजिल को उसकी औकात दिखाएंगे अगर वो "पहाड़"है तो हम भी मांझी हैं।।।।
"जब तक तोड़ेंगे नहीं तब तक छोड़ेंगे नहीं"-
💐 मैं और तुम💐
मैं UP बोर्ड का पढ़ा लिखा, तुम CBSE की क्वीन प्रिये।
तुम सुनती सांग शकीरा के,मैं शिव तांडव में लीन प्रिये।।
तुम कमल तन्तु सी कोमल हो,मैं ऋषि दधीची का वज्र प्रिये।
तुम टिक टाक की फेमस गर्ल,मैं महादेव का फैन प्रिये।।।
तुम दिखने में कश्मीरी सी,मैं काशी का प्रतिबिंब प्रिये।
तुम कालिदास की साहित्य कला,मैं पाणिनी का हूँ सूत्र प्रिये।।
तुम आईआईटी का स्लैबस हो,मैं इंटर की केमिस्ट्री हूँ।
तुम इंग्लिश की अल्फाबेट,मैं संस्कृत का बदमाश प्रिये।।
मैं UP बोर्ड का पढ़ा लिखा,तुम CBSE की क्वीन प्रिये ।।।-
धरती पर हरियाली हो।
जीवन में खुशहाली हो।।
मातृ भूमि को स्वर्ग बनाये।
नित अपना कर्तव्य निभाएं।।
"22 अप्रैल" विश्व पृथ्वी दिवस पर पृथ्वी को स्वच्छ और सुंदर बनाये रखने में अपना अहम योगदान दे 🙏 🙏-
जो मंजिलों को पाने की चाहत रखते हैं....
वो समंदरों पर भी पत्थरों के पुल बना देते हैं...-
भारत के ज़न सागर में, इक ऐसा तारा आया था।।।
जिसने अपनी चमचमाहट से , एकता और जनमत का प्रकाश पिरोया था।।
ज्ञान दीप वह महापुरुष, हम भारत के लोंगो का चहेता था।।।
भारत में लोकतंत्र लाने वाला, वही संविधान निर्माता था।।।
बाबा साहब BR AMBEDKAR की 129 वीं जयंती की हार्दिक बधाई और शुभकामनायें 🙏 🙏 🙏 🙏-
हुई यारी मेरी उससे,
ये दिल पहुँचा सितारों पर।।
खबर उनको भी हो गई थी,
उन्हें अपना बनाना था।।
किया था उसने एक वादा,
रहोगे दिल में तुम मेरे।।
मगर मुझको पता न था,
कि ये खाली बहाना है।।।-
"थोड़ा और प्रयास"
मंजिल अभी दूर है, रुक मत जाना।
चलना अभी बहुत है, थक मत जाना।
वक्त की रेत, यूँ ही फिसलती रहेगी।
और दर्द का दरिया भी, यूँ ही बढ़ता रहेगा।
जीवन की कस्ती यूँ ही चलती रहेगी।
और खुशियों का झरोखा यूँ ही मिलता रहेगा।
जीवन की नौका को, बहती धारा मे बहने दो।
और पतंग की पतवार को,स्वयं पवन मे उड़ने दो
कांटे बहुत है, राह में अटक मत जाना।
धोखे बहुत हैं, राह में भटक मत जाना।
खंजर बहुत हैं राह में, मरहम साथ ले जाना।
जिंदगी बहुत है बाकी अभी,......
मुश्किल से डरकर, वापस मत आना...
मंजिल अभी दूर है रुक मत जाना.....-
किताबों का साथ हो., पेन पर आपका हाथ हो..
कापियाँ आपके साथ हो, पढ़ाई दिन रात हो.
और जिंदगी के हर इम्तिहान में आप पास हो...
अधिस्ठात्री, विद्या देवी माता सरस्वती का आशीर्वाद हो....
वसंतपंचमी की ढेरों शुभकामनायें...-