वजह नहीं है तू मेरी परेशानियों की और न ही कभी होगी ख्वाइस थी इतनी की इतने करीब रहुँ तेरे की हर बातें जान सकुँ तेरी दिल और कह सकुँ हर कुछ अपने दिल की एक बार मेरी जस्बातों को समझ खुद के जगह मुझे रख के देख...
कमी तो नहीं हैं अब किसी भी चीज की... यादें तो बहुत कुछ कह जाती हैं ... Feelings भी लापता हो गई कुछ इस तरह जैसे यादें बनी हो उसी के लिए ..... खुश हूँ मैं क्यों कि मेरी खुशीयाँ तुझ में हैं तेरे होने से है .... डर है तो बस की कहिं जिन से हैं खुशीयाँ मेरी वो भी ख़फा ना हो जाए किसी दिन मेरी वजह से .....