तुम ही तुमसे सुन्दर हो तुम ही तुम से प्यारी हो तुम ही तुम से सच्ची हो तुम ही तुम से अच्छी हो तुम प्रति पल तुमसे बेहतर हो तुम मान बढ़ाती नारी हो जीवन संगिनी जीवन की तुम अमर प्रेम अधिकारी हो ‘अपनी नज़र से देखेंगे ‘ कैसे तुम ही नज़र हमारी हो।
मेरा नाम छिपा रहने दो मेरा काम नज़र आये खूबियां बस मुझे पता रहें मुझ पर इल्ज़ाम नज़र आये
दिमाग़ उनका जो चाहे सोचते हों दिल में मेरे न कोई इंतक़ाम नज़र आये मुझे मुझ सा रहने दो मुझ पर न कोई लगाम नज़र आये । मेरा नाम छिपा रहने दो मेरा काम नज़र आये ।।
ये ज़िन्दगी तुझसे पाना बहुत कुछ अभी खोना है कुछ नहीं, बस करना मेहनत सभी ‘मैं अकेला नहीं ‘ सपने साथ साथ हैं काबिल बनू तो अपने साथ साथ हैं ख़ुद से रूठा नहीं कोई वादा झूठा नहीं किसी मोड़ पर शिकायत न थी न रहेगी कभी ये ज़िंदगी तुझसे पाना बहुत कुछ अभी
दिमाग की जरूरतें अगर हम समझे तो हमें सफल बनाती हैं अगर हम समझे तो किस लिए हम जन्में हैं अगर हम समझें तो हमारे क्या क्या सपने हैं अगर हम समझे तो मेहनत भी नहीं थकाती है अगर हम समझे तो सुकून मिलता है काम पूरा करके।।
कितना अच्छा होता वो चीजें अच्छी लगती करने में जिसके करने से सफलता मिलती है कितना अच्छा होता उसमें सुकून मिलता जिसमें रम जाने से सफलता मिलती है कितना अच्छा होता उससे प्यार हो जाता जिसके पीछे भागने से सफलता मिलती है कितना अच्छा होता थकान मिट जाती उसे करने से जिसे सुनने पढ़ने से सफलता मिलती है।
नहीं मुश्किल कुछ फिर फिर प्रयास कर न लगे मन, पर मन न निराश कर न भटक चमकीली चीजों में खुद की रोशनी पर विश्वास कर एक एक कदम मंज़िल करीब लाएगा आत्म शक्ति का विकास कर कौन हारा नहीं किसी न किसी से हार में जीत का इतिहास भर तू होगा सफल विश्वास कर।।
तुम कोई कहानी हो मैं राजा उसी कहानी का तुम कोई दीवानी हो मैं दीवाना उसी दीवानी का तुम सपना तुम्हीं हकीकत मैं अपना तुम अनजानी का । दिल में अरमां जागा है बस तुमको ही मांगा है साथ निभाना जीवन भर मैं परवाना तुम मस्तानी का