अब मन नहीं करता कुछ भी करने का।
जी चाहता है बस तेरी बाहों में मरने का।।
हो गई हो खता तो हंमे माफ़ कर देना।
इरादा नहीं किया था ऐसे बिछड़ने का।।
अब जिंदगी से नफरत सी होने लगी है।
जी करता है खुदखुशी करने का।।
तुम तो रह लोगे मेरे बगैर पता है।
हमने अब ठान लिया मौत से न डरने का।।
अब जिंदगी मुझे आराम देदे।
अब वक़्त नहीं बचा यहाँ ठहरने का।।- Deva the great
7 NOV 2019 AT 22:12