"मोहब्बत का अहसास"
उससे मोहब्बत है मुझे ये बताने की ज़रूरत नहीं
किस हद तक है मुझे ये जताने की ज़रूरत नहीं
उसकी आंखें ही बहुत कुछ कह देती हैं मुझसे
उसके लबों को मुझे मनाने की ज़रूरत नहीं
जब पास बैठती है वो मेरी सांसें थम जाती है
जब गले मिलती है वो मेरी रूह भी जम जाती है
मेरा दिल भी उसकी बंदिश में रहता है
मेरी धड़कने भी उसकी गवाही दे जाती हैं
मेरे आँसुओं को बहने नहीं देती है वो
मेरे गमो को रहने नहीं देती है वो
जब दर्द बढ़ जाता है मेरे गमो का
मेरे गमो को सहने नहीं देती है वो
उसकी परवाह ने ही मुझे ज़ेबिंदा रखा है
इतने लोगों में मुझे चुनिंदा रखा है
बस उसी के लिए जी रहा हूं मैं
इस ख्याल ने ही मुझे अब तक जिंदा रखा है
-Devvihari
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