Dev Scribbler   (©devscribbler)
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Birthday: 12th October
Zodiac: Libra

"Not every ending has an audience to applaud."
Joined 27 July 2017


Birthday: 12th October
Zodiac: Libra

"Not every ending has an audience to applaud."
Joined 27 July 2017
24 DEC 2024 AT 1:13

“बस इतने नशे में
रहना है हमें …

मेरे हाथों में उनका वो
ख़ूबसूरत चेहरा तो हो,

उन्हें चूमने की दिल में
चाहत भी रहे..

मगर हमेशा ये होंठ हमारे जो हैं
हर दफ़ा बस रस्ते में गुमशुदा होते रहें…

-


4 DEC 2024 AT 1:42

L I G H T H O U S E

Aren’t they
strange?

On stormy dusks,
Or on gloomy nights

They always are the
Beacon of light,
Burning warm and shining bright.

Guiding all lost and seeking,
In the direction of the right.

And yet they know,
That being close to all,
Is never in sight.

-


11 SEP 2024 AT 0:45

ज़िंदगी से एक यह भी
उम्मीद रखते हैं हम

कि काश मौत भी उतनी ही
मासूम और खूबसूरत हो

जैसे बचपन में थक कर
घर के आँगन की कुर्सी
पर ही नींद के आग़ोश में
खो जाया करते थे …

…और बाबूजी बड़े प्यार से
हमें उठा कर बिछौने पे सुला दिया करते थे…

-


8 MAY 2024 AT 2:25

ऐ चाँद
काश मैं तुझसे इश्क़ कर पाता…

कि मोहब्बत की हर शायरी
में तेरा ज़िक्र किया है मैंने

टूटे सपनों से नम हुई आँखों से न जाने
कितनी रातों में तेरा दीदार किया है मैंने

रिश्तों से ठुकराए उन सूनी रातों में न जाने
कितने बातें तुझसे हर दफ़ा की है मैंने

काश की दो लफ़्ज़
तू मुझसे भी कह पाता…

ऐ चाँद…
काश मैं तुझसे कभी इश्क़ कर पाता ।।

-


15 FEB 2024 AT 2:08

ऐ चाँद तू किस मज़हब का है ?

ईद भी तेरी,
करवा चौथ भी तेरा..

-


17 APR 2023 AT 0:18

No, my soul cannot
move without you..

For I am the Sailboat
that needs you, Dear Wind.

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22 FEB 2023 AT 0:21

आज तुम्हारी आँखों में डूबकर नहीं
तुम्हारी नज़रों से तुम्हें देखा

वो जगह जानी जहां तुम रहती हो
वो वजह जानी जहां एक अरसे से
तुम यूँ रहना चुन रही हो

थामा तो तुमने आज भी हाथ मेरा
और जाना वो सच जो
एक अरसे से छुपा रही हो

तुम आज क्यों मुझे यूँ
फिर छोड़ कर जा रही हो
मुलाक़ात ये दिल में रहेगी तो ज़रूर
लेकिन फिर से उस दर्द को ताज़ा
किये जा रही हो,

दोबारा फिर तुमसे मिलने की हिम्मत
तुम आज फिर तोड़े जा रही हो..

-


1 FEB 2023 AT 1:55

वो तो रूहानी प्यास थी,
और किसी दरिये की तलाश थी..

सामने पानी तो था,
प्यास बुझाने की तमन्ना भी थी..

मगर वो शख़्स सामने जो था,
एक ज़माने से मेरा जंग उस से जो था..

वो मुक़ाबला ख़त्म कर अब,
फिर से ख़ुद को ढूँढने की
अब शुरूआत ही तो थी..

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31 JAN 2023 AT 2:05

The long nights 🌙
have taught me
to fall in ❤️ love
with the dark 🌒

I know,
the sun has set 🌅
yet,
the sky 🌌 lights up 💫
with millions of stars ✨

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14 JUN 2022 AT 0:54

Remember,

Even the finest of the swords

Need hammered enough to be forged.

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