काश वो पूछ लें मेरी तबीयत,
तो मेरा हाल बदल जायेगा..!
(नम आंखे)
मैं बेसब्री से इंतजार में हूं,
वो मिल जाएं तो सच में
मेरा साल बदल जायेगा..।
(भावुक मन)
(Dev)-
2021 मैं हम पे विश्वास
कर के क्या सीख मिली..!
(झूठे लोग)
यही कि 2022 में धोखेबाजों को
उनकी औकात दिखा कर ही कामयाब होंगे..!!
(पक्के इरादे)
(Dev)-
नए साल पर मुझे तोहफ़े में
पायल लेकर आओगे तो ही बात करूंगी।
(रूठी प्रेमिका)
पायल महंगी आयेगी झुमके
बिंदी से बात बने तो बताओ।
(बेरोजगार प्रेमी)
(Dev)-
आपकी सरकारी नौकरी कब लगेगी ?
पापा लड़का ढूंढ रहे हैं।
(व्याकुल प्रेमिका)
मध्यप्रदेश सरकार पर भरोसा
मत करो तुम शादी कर लो..।
(विफल प्रेमी)
(Dev)-
उसको मालूम है,
इस बार मेरी जेब का हाल..!
वो पिछली दिवाली के झुमके,
इस बार फिर पहन लेगी....!!
Dev-
वो तो चाय की दुकान पर भी,
बैठने से रोकती थी मुझे..
उससे कहना बात अब
अहाते तक पहुंच गई है..।
अधूरी ख्वाहिशें🥀-
लड़के भी रोते हैं,
जब उन पर दु:खों का पहाड़ टूटता है।
वे उस वक्त चाहते हैं,
अपनी मां की गोद में सर रख कर सोना,
और अपनी प्रेमिका के गले लग कर रोना।
Dev 🥀-
चलते - चलते हमसे पूछा,
*महज* पाओं के छालों ने...!
बस्ती कितनी दूर बसा ली,
दिल में बसने वालों ने...!!
अधूरी ख्वाहिशें 🥀-
फासला बढ़ा लिया तुमने,
मैंने भी दिवार पक्की कर ली।
जरा सी गलतफहमी ने देखो,
कितनी तरक्की कर ली।।
अधूरी ख्वाहिशें 🌷❤️-
अभी तक, अलविदा !
नहीं कहा उसने,
इंतजार लाजिमी है हमारा..।।
अधूरी ख्वाहिशें 🥀❤️-