खूबसूरती यकीनन देखने वाले की नज़रों में है
वरना किसी को हम कहर लगते हैं तो किसी को ज़हर-
इसे ऐसे जीना है कि जिंदगी को हमसे मोहब्बत हो जाये😊
सभी तथ्य काल्प... read more
हम सबकुछ भूल सकतें हैं लेकिन नही भूल सकते
उन झूठे वादों को
अकेले जागकर काटी उन रातों को
उन कांपते हुए हाथों को
आंसुओं से भरी उन आँखों को
हम सबकुछ भूल सकतें हैं लेकिन नहीं भूल सकते
वो तुम्हारी खंजर की तरह चुभती हुई बातों को-
हम तो चाहते हैं कि तुम इतनी नफ़रत कर जाओ
हमारी मौत की ख़बर पर भी मुस्कुरा पाओ-
सुनो,
अगर ना रहूं कल को तो मलाल ना करना
जो की थी कभी तुमसे मोहब्बत उसे भी याद ना करना
ना याद करना ये भी कि कोई थी जो तुम्हारे झूठ पर भी ऐतबार करती थी
कोई थी जो हर पल तुम्हारा इंतजार करती थी
कोई थी जो बच्चों की तरह तुम्हारा ख़्याल रखती थी
कोई थी जिसे तुम्हारे सख़्त लहज़े भी पसन्द थे
कोई थी जो तुमसे सिर्फ़ तुम्हें मांगती थी
सुनो, ना याद रखना ये भी कि वो तुमसे और सिर्फ़ तुमसे प्यार करती थी-
नहीं जानती मैं ये रिश्ता है कैसा
इस मतलबी दुनियां में बिना मतलब के जैसा
जहां सब्र भी है और शुक्र भी
जहां वादे भी करते हैं और जानते है निभाना भी
जहां अपनी भी सोचते हैं और देते हैं अपनों को सम्मान भी
जहां रूठना भी जानते हैं और आता हैं मनाना भी
जहां नखरे बेशक़ ना करने आते हों पर आता है उन्हें उठाना भी
जहां डांट भी पड़ती है पर मिलता है बहुत सम्मान भी
हां, नहीं जानती मैं ये रिश्ता है कैसा
पर इस मतलबी दुनियां में बिना मतलब के जैसा-
मेरे बदन की तपन को वो बस देखकर महसूस कर लेती है
मेरी मां है वो बस नज़र उतारकर मुझे ठीक कर देती है-