मेरे दोस्तों ने भी आज वही बात कही,
जो तू हमेशा कहती थी.........
प्यार क्या होता है तू नहीं समझेगा-
🙏रचनाएँ अच्छी लगें तो पसंद कीजिये और फोलो कीजिये 🙏
Don't... read more
अकेले ही चल दिए किसी की निशानी लेकर,
फिर क्या मिल गया इश्क तुझे ये जवानी लेकर
हम भूले थे जिन्हे मुद्दतों बाद लम्हा लम्हा,
वो शख्स आ गया सामने फिर वही कहानी लेकर
फिर जिनकी आखों में समंदर हुआ करते थे,
वो अब चल दिए है,हौसले भी तूफानी लेकर
फिर मुश्किल था के मैं उससे फिर बात करता,
वो आकर गले से लग गया आंख में पानी लेकर
"मन "लिख रहे हो गजल मोहब्बत की क्या..!
अमे क्या तुम भी,बैठ गए यार बातें पुरानी लेकर..!
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खिड़कियों से,
अब ये जहां मुझे,
अच्छा नहीं लगता ! कोई कैद है मेरी आंखों में,
मुझे सोना अच्छा नहीं लगता !
सोचता हूँ निकल जाए,
कोई मेरी आंखों से आंसू..!आंसुओं को अब पलकों वाला,
रास्ता अच्छा नहीं लगता !
कितने मीलों,
दूर आ गया तू बिन बोले 'मन' अब तो अपनों के साथ,
बोलना भी मुझे अच्छा नहीं लगता !
ग़फ़लत सी है ज़िस्म में,
कोई अजीब निशानी बता रही,मुझे श्री गंगा के किनारे को,
छोड़कर कुछ अच्छा नहीं लगता !
जमाने भर की आवाज़ें आई,
मेरी भरी जवानी में,मुझे तेरी नादानी के,
सिवाय कुछ अच्छा नहीं लगता !
मांग कर आया हूँ,
बहती माँ-गंगा के चरणों में बैठकर,एक तेरी बेटी के साथ को,
छोड़कर मुझे कुछ अच्छा नहीं लगता !
कबूल कर लेना,
माँ गंगे मेरी कांपती हुई प्रार्थना,अब हर बार आकर मांगू,
बेटी का हाथ माँ को भी अच्छा नहीं लगता !
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बिठा कर डोली में उसको ,वो इंसान ले गया।
एक अजनबी शहर का लडका, मेरी जान ले गया ।।
being_officialmaan_00
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आरजू ये हैं कि कोई
हमसे भी हमारा हाल पूछे
एक मुद्दत हुई किसी
को हमारी फिक्र किए हुए-
रंग ,रूप, मिजाज, शिक्षा और चाल - ढाल पूछते हैं,,
यह रिश्ता लाने वाले लोग भी कितने सवाल पूछते हैं...!!-
मैं खुद उलझा हूं अपनी कहानी में,
मैं कहां किसी के किस्से का किरदार बनूँ ❤️-
कई जीत बाकी है कई हार बाकी है
अभी तो जिंदगी का सार बाकी है
यहाँ से चलें हैं नई मंजिल के लिए,
यह तो एक पन्ना था अभी तो पूरी किताब बाकी है ।-