ख्यालात है!°= कि जाम ऐसा पीयू के दुख सारा दूर हो जाए मोहब्बत जिस से भी करूं काश उस दिन बारिश हो जाए, वो शाम एक खूबसूरत शाम हो जाए और मैं जब भी उसे अपनी दिल की बात बताऊ तो उस वक्त फूलों की बारिश हो जाए.ll
किस कदर मैं तुम्हें चाहने लगा हूं मैं कैसे बताऊं कि मैं दिल से तुम्हारा होने लगा हूं और दुनिया क्या सोचती है मैं इस सोच में समय बर्बाद नहीं करता जब भी तुमसे बात न करूं तो मेरा मन नहीं लगता और तेरे हुस्न की क्या तारीफ करूं है पगली तेरे सामने तो यह नशीला जाम भी कुछ नहीं लगता..
यह नजरिया है सोच का इसे बदला नहीं जा सकता गंद में कभी सुगंध का तालुकात नहीं करा जा सकता कहने को तो सब अपने हैं यहां लेकिन वक्त आने पर कोई साथ नहीं दिया करता और जिस युग का नाम कल से हो उसे आज पर कभी टाला नहीं जा सकता
दिल से सुलह करने में वो मजा कहां घर के अंधेरों में वह पहली जैसी ज़ौ कहा क्योंकि पहले खुदा को खुदा माना जाता था पत्थर में नहीं उसे विश्वास में ढूंढा जाता था।।।
मेरे दिल में लड़कियों के लिए इज्जत और सम्मान के सिवा और कुछ भी नहीं मुझे मां के बेटे से बेबी सोना बनने की कोई इच्छा नहीं मैं तो एक शायर हूं किसी के जज्बातों से खेलना मेरा कोई शौक नहीं 😏😏
नोच डालते हैं अपने जहरीले नाखून से उन मासूमों की साड़ी अपनी मां-बहनों को छोड़कर दूसरों पर जोर दिखाते हैं ऐसे लोगों को देखकर भगवान भी शर्म के मारे डूब जाते हैं..llll