किताबों का साथ हो, पेन पर हाथ हो,
कोपिया आपके पास हो, पढाई दिन रात हो,
जिंदगी के हर इम्तिहान में आप पास हो।
बसंत पंचमी की हार्दिक शुभकामनाएं।
- चेतन देवासी 😊-
✍हिन्दी साहित्यक
📋हिन्दी साहित्यकार
📝हिन्दी साहित्यक रचना... read more
कहीं निकल ले झूठ की
इस दुनिया से हम..
मिले न हमको अब कोई गम
खुल के दो चार पल जी तो लें
जिंदगी में थोड़ा सुकून तो लें..
प्यार की उम्मीद तो बरबाद कर गई,
खुद से दिल का रिश्ता जोड़ ले हम...
दूसरों के लिए तो बहुत जी लिया हमने
अब अपनी जिंदगी जी तो ले हम।
- चेतन देवासी-
बहुत नादान सा दिल है मेरा
के ये मुसाफिरों को भी
हमसफर मान बैठता है !-
एक आस लगाएं बैठे है माँ- बाप
एक तुम ही हो जो उनके सपने को हकीकत कर सकते हो...!-
काश इस *दिवाली* 𝙷𝙰𝙿𝙿𝚈 वाली 𝙳𝙸𝙿𝙰𝚆𝙰𝙻𝙸 🪔 तो नहीं आई...😒
*पर*
अगले साल *आने वाली दिवाली* 𝙷𝙰𝙿𝙿𝚈 😊 वाली जरूर आएगी... 😍
𝚁𝙿𝚂𝙲 𝙰𝚂𝙿𝙸𝚁𝙰𝙽𝚃
कि *कलम* से( चेतन देवासी)
📕📚 ✒😊
माँ - बापू 🙇🏻♂️💞🙏-
जुबां खोले तो क्या बोले अनुमान रहे तो अच्छा है!
अपने अपने कृतव्यो का भान रहे तो अच्छा है!
दुनिया में घुलना-मिलना पहचान बनाना ठीक,मगर पहले जरा खुद से खुद की पहचान रहे तो अच्छा है😊-
मन उपवन मैं पूष्प खिला है !
सुबह की रौनक सुबह की छाँव, सरस समीर के झोंके
मुक्त गगन में उड़ते पंछी, चिड़ियों की चहचाहटे
मंदिर , मस्जिद , गिरजाघर के बजते घंटी-टन-कोरे
सुबह का मनमोहक दृश्य कृषक जाते खेतो और खलिहान में
मन उपवन में पुष्प खिले है देख ग्रामीण परिवेश का दृश्य !
अचेतन मन भी चेतन हो जाता देख ग्रामीण परिवेश का दृश्य !
-चेतन देवासी
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☆काश जिंदगी,सचमुच एक किताब होती☆
काश जिंदगी,सचमुच एक किताब होती........!!
पढ़ सकता मैं की,आगे क्या होगा.........!
क्या पाऊंगा मैं और,क्या दिल खोएगा.........!
कब थोड़ी खुशी मिलेगी,कब दिल रोयेगा.........!
काश जिंदगी,सचमुच एक किताब होती..........!!
फ़ाड़ सकता मैं उन लम्हों को,जिन्होंने मुझे रुलाया है..........!
जोड़ता कुछ पन्ने इसमें,जिसकी यादों ने मुझे हंसाया है.........!
हिसाब तो लगा पाता की,कितना खोया और कितना पाया है.........!
काश जिंदगी,सचमुच एक किताब होती..........!!
वक्त से आंखें चुरा कर,पीछे मैं चला जाता..........!
टूटे हुए सपनों को,फिर से मैं सजाता..........!
कुछ पल के लिए ही,मैं भी तो मुस्कुराता...........!
काश जिंदगी,सचमुच एक किताब होती...........!
☆चेतन देवासी-