कच्चे धागे सा रिश्ता था
टूट गया ............
कुछ कहना, कुछ समझना
कुछ अनकहा सा सुनना
दिल की बात समझना
अलग ही किस्सा था
छूट गया..............
छोटी सी बात पर झगड़ना
दोनों का फिर रूठना
वो मनाने नहीं आया ऐसा
अजीब सा गुस्सा था
गुम गया ..............
कच्चे धागे सा रिश्ता था
टूट गया ...............
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