बात बहुत पुरानी है।मेरे लिए बहुत खास है।
उस दिन मेरा जन्मदिन।शायद किसी को याद ना था।
मैं भी थोड़ी उदास थी। क्योंकि जन्मदिन किसी को याद ना था। सुबह से हो गई थी दोपहर।
किसी के मुख पर ना थी कोई हलचल।
मन में दुख गहराया था।
लगा कि, शायद सब ने,
मुझको भुलाया था।
तभी किसी ने दरवाजे पर,
दी थी जोर की दस्तक।
मैं तो लेटी थी उदास।
नहीं था कोई मतलब।
तभी मांँ ने आवाज लगाई।
नीचे कमरे से ले आओगी चटाई।
मैंने जाकर कमरा खोला,
उसमें बहुत अंधेरा था।
जैसे ही मैंने किया उजाला।
सब ने मुझको घेरा था।
बहन भाई और माता-पिता ने।
सुबह से की थीं बहुत तैयारी।
इतना बड़ा उपहार पाकर।
मन मेरा हर्षाया था।
बहुत ही प्यारा था व जन्मदिन।
जिसे मन आज तक भूल ना पाया है.-
मुस्कान किसी को दे कर खुशी मिलती है।
दर्द किसी का काम करके खुशी मिलती है।
रोते हुए को हंँसा कर खुशी मिलती है।
हमें दिल से कोई याद करें तो खुशी मिलती है।
बारिश की बूंदों की झनझनाहट से खुशी मिलती है। पेड़ों को हवा के साथ लहराते देख खुशी मिलती है। जो ढूंढ लेंगे तो हर छोटी बात में खुशी मिलती है।
जो पूछेंगे किसी से हाल तो खुशी मिलती है।
दीपशिखा शर्मा
पुणे-
ये खूबसूरत है समा या,
बादलों ने ओड़ ली लाल चुनर।
ये प्रीत की फुहार का इंतजार है,
या मौसम का बदलता मिजाज है।-
दुनिया के बदलते रंग देखे हैं।
हमने नए जमाने के नए ढंग देखे हैं।-
यह मौसमों के बदलते रंगों का एहसास।
कभी पतझड़ कभी सावन हर मौसम लगे खास।
यूँ फूलों का खिलना,खिलकर बिखरना।
है प्रकृति का खूबसूरत यह नजारा।
निहारती रहूंँ यूंँ ही,पल पल दिल यही कहे हमारा।-
Ayush ji..
अगर कोई question करे तो शांत मत रहिए.. उसका जबाब दीजिए . क़ीमत सबके समय की समान है. और किसी को थोड़ी सी खुशी देने से आपका मन खुश होता है। तो मुस्कराते रहिए खुश रहिए। 😊🍫-
काजल आंखों में लगे तो खूबसूरती बढ़ा दे।
माथे पर लगे तो नजर उतार दे।
काजल नाम है मेरी दोस्त का नटखट सी
प्यारी सी मुस्कुराती न्यारी सी।
हौसलों में पूरा जहांन है। कदमों में सारा आसमान है। भक्त है महाकाल की तो डरने का क्या काम है।
दिल उसका हजारों में एक है।
खुश रहे सभी यही उसकी सोच है।
तभी तो सबसे प्यारी मेरी दोस्त है।-
पुरानी बातों को भुलाना नहीं होता आसान
पर भुलाकर मिलता है आराम।-