ईमान खो दिया प्यार के ख़ातिर... ये दिल रो दिया प्यार के ख़ातिर... कम्बक्त ये जमाना... समझ नहीं पाया मेरी मोहब्बत... मैं न जाने क्या से क्या हो गया... इस प्यार के ख़ातिर...।
एक बार एक शख्स ने हमसे पूछा कि - आपकी जिंदगी कैसी होनी चाहिए..? तो हमने मुस्कुराते हुए कहा कि - रात की जैसे चांदनी.,,चांदनी में वो चाँद..... चाँद से वो सितारें.,,और सितारों से भरा हो... सारा आसमान..।।
सासों के बिना... जैसे जान नहीं... वैसे ही तेरे सिवा... मेरा कोई अरमान नहीं... इसलिए खुदा करे... कुछ ऐसा हो जाये... मेरे बिना मांगे... तू सिर्फ और सिर्फ... मेरा हो जाये..।।