हालातों ने खो दी इस चेहरे की मुस्कान ...
वरना जहां बैठते थे रौनक ला दिया करते थे ..!!
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ज्ञान देने वाले मिलते हैं हज़ार इस ज़माने की राहों में ..
ऐ जनाब !!
ज़रा हमारी जगह रख कर देखिए ख़ुद को ..
हमें तो इस ज़िंदगी में हर मोड़ पर एक इम्तिहान देना है ..
हमें तो इस ज़िंदगी में हर मोड़ पर एक इम्तिहान देना है सरकार ..!!-
अगर रूबरू होना है हमारी ज़िंदगी की दुविधाओं से ..
तो हृदय में झांकिए हमारे ..
क्यूंकि हरकतें तो हमारी आज भी बच्चों वाली ही है ..!!-
पहले से थोड़ा और ज्यादा बिखर गई हूं मैं ..
संभाला नहीं जा रहा है ख़ुद को ही मुझसे ..
और लोग कहते हैं कि , अब बदल सी गई हूं मैं ..!!-
चांद - तारों की महफ़िल ,
और एक साथ तुम्हारा ..
दुनियां की इस भीड़ से परे ,
मेरे हाथों में हाथ तुम्हारा ..!!-
.... ए साथी सुन तो ज़रा ....
वक्त की नज़ाकत से अब मन भर गया है ..
तुम चले आओ हमसे मिलने के लिए ..
मतलबी रिश्तों से अब हमें कोई वास्ता नहीं रखना है ..!!-
Eyes are moist ....
But these smiles on the lips are shameless ..!!-
ये गरम भट्टी की तरह जलती हुई दुपहर ....
भट्टी से निकलते हुए धुएं की भांति ढलती हुई शाम ....
हर दिन अतीत के विचारों को जलाते हुए गहरी नींद में सो जाती हूं .....
अगला सवेरा होते ही मैं फिर से अपने आज में लौट जाती हूं ..!!-
ज़िंदगी है कि हम जीना चाहते नहीं ..
मौत है कि ख़ुद से आती नहीं ..
गुजार रहे हैं ये वक्त गम - ए - आशिकी में ..
दिल है ये कि उनके सिवा कुछ और चाहता ही नहीं ..!!-
आंखों से नींद इस क़दर खो गईं हैं ..
मैं सो भी नहीं पाती ,
और ये कम्बख़्त रातें थककर सो जाती हैं ..!!-