सीख
कुछ सीख गए हैं, कुछ सीखना बाकी है ।
सीखते-सीखते ओर नए सबक सामने आ गए ।
फिर लगा सीखना तो उम्रभर की पढ़ाई है।
सफर में चलते-चलते एक सीख ये भी सीखी की
जो भी सीखो अपने तक ही रखो ।
सीख सीखो जरूर पर सिखायो सोच समझकर।
-
Teacher
Qualification-MCA
Interest- writing,share my life experiences ... read more
The power is
You were ignored, bullied, rejected, and misunderstood, but…
You are still normal, still smile with heart, still able to give blessings, and are still healthy.
-
कुछ आगे बढ़ गई हूँ , तो कुछ पीछे छूट सा गया है ।
कुछ ओर आगे बढ़ सकती हूँ , पर कुछ ओर पीछे छोड़ना नहीं चाहती।
कुछ जरूरतों से मुंह मोड़ लिया है , तो कुछ को मना करना नहीं चाहती ।
कुछ देर रुक कर , थम कर लगा कि संतोष इतनी भी बुरी चीज़ नहीं।
ये कुछ-कुछ में हम हैं और बहुत कुछ में सिर्फ़ हम हैं ।-
ज़िंदगी अपनी
एक कहानी है ,एक कहानीकार है।
मुद्दा ये है कि , कहानी सच्ची क्यों लगती है?
या तो कहानीकार जादूगर है ,
या फिर पढ़ने वाला पढ़ने का शौकीन बहुत है।
किताब के पन्ने हज़ार हैं , कभी दिल हावी तो कभी दिमाग़ ,
मुद्दा बस इतना है की ज़िंदगी अपनी है।-
जब नज़र डाली ख़ुद पर
इधर देखा , उधर देखा ,
जहाँ तक नज़र गई उधर तक देख लिया ।
नज़र का धोखा हुआ या सच था पता नहीं ,
पर प्यार जब हुआ तो ख़ुद से ही हुआ।
शायद इसलिए कि सबको खूबसूरत बनाने वाला हमारे पास ही होता है।
थक गई जब , दुनिया में ख़ुशियाँ ढूँढ़ते - ढूँढ़ते तब आराम ढूँढ़ने अपने ही दिल के दरवाज़े खोलने पड़े।-
गिर कर बार-बार वही उठता है जो जानता है कि वो ग़लत नहीं और ना कुछ ग़लत किया है।
-
Dear tales of my hope
Oh, my never-ending light of hope within me,
I just want to tell you that I trust you forever, regardless of whether my desires and hopes come true or not.
Never fade your shine within me; I am incomplete without you.
I have unforgettable memories of past successes and failures with you.
The best part? You still shine within me; we are still together.
Do you know why you still shine? It's because you made me stronger with each passing day.
You made my present better than my past.
That tiny glimmer of hope within us never ends until we die and become tales of our hopes.
-
दिल है कि मानता नहीं
कुछ बहुत ख़ास तो नहीं है मुझमें , पर दिल है कि ख़ुद को ख़ास कहने से मानता नहीं।
कुछ अच्छे रिश्ते तो हैं ज़िंदगी में , पर दिल को सुकून ख़ुद से रूबरू होने पर ही मिलता है।
रिश्तों में कभी प्यार दिया , कभी प्यार लिया , पर दिल की ऐसी ज़िद्द है कि सबसे ज़्यादा प्यार ख़ुद से ही हो जाता है।
कोई हीर-रांझा , कोई रोमियो-जूलिएट , एक मेरा दिल है जो मुझे ही कहे हीर मुझे ही कहे रांझा।
कभी किसी को बुलाना चाहूँ तो , दिल है कि हमेशा आईने के पास ले जाता है।
आख़िर दिल है ना मानता ही नहीं , नजाने इसे मुझसे प्यार है कितना।
-
In understanding that we are all part of a play or a movie which is produced and directed by GOD.
-