जिसकी मधुरता का कोई अंत नहीं,
तथा
जिसके बिना जीवन सूना है...-
एको अहं द्वितीयो नास्ति न भूतो न भविष्यति।
हर वक़्त वादियों में
महसूस करोगे तुम मेरे दोस्त,
हम दोस्ती की वो खुशबू है
जो महकेगी मरते दम तक....-
जब भी मुझ पर परेशानी आए,
मैं तुम्हें हमेशा अपने साथ पाऊँ..-
जिसे तुम 'आम' समझकर
छोड़ देते हो,
उसे कोई 'खास' समझकर
अपना लेता है...😊-
घुट रहा हूं,
नहीं है ऐसा कोई
जिसे अपने दिल की बात बता सकूँ....
मिले तो बहोत
लेकिन छोड़ गए सब
कोई ना कोई बहाना बनाकर...-
कितना दूर निकाल गए हम
रिश्ते को निभाते निभाते
खुद को खो दिया
अपनों को पाते पाते
लोग कहते हैं कि हम
मुस्कराते बहुत हैं
और हम थक गए दर्द
छुपाते छुपाते।-
फिर भी एक कमी सी है.....
और ये कमी कभी पूरी नहीं होगी।
इसलिए जितना है मनुष्य को उसी में संतोष करना चाहिए।-
ये हमसे चंद दिनों की मोहब्बत करना......
जब तुम्हें छोड़कर ही जाना था।-
एक शानदार जवाब भी है,
उनके लिए जो जिंदगी को आनंद पूर्वक जी रहे हैं.......-