Deepali Chaurasia   (सनातनी दीया♥️ 🕉)
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Kal ho na ho🤷‍♀️
Joined 8 January 2025


Kal ho na ho🤷‍♀️
Joined 8 January 2025
13 OCT AT 13:44

प्यारी दीदी

रिश्ता आपका मुझसे बहुत खास हो गया है,
हज़ारों गलतफहमियाँ हुई ,लेकिन सब साफ़ हो गया हैं..!
अक्सर बड़ी बहन का ज़िंदगी में एक खालीपन सा था,
शुक्रिया, आपकी वजह से ये भी गम दूर हो गया है..!
आभी एक नई शुरुआत हो रही हैं ,
और इस नई शुरुआत में मुझे हमेशा आपके प्यार और सपोर्ट की ज़रूरत होगी..!
उम्मीद है आपसे आप मेरा साथ निभाएंगी,
जहा मैं ग़लत होउगी आप मुझे बतायेंगी..!
पर वादा करिये मुझसे कि आप भी ये रिश्ता पूरे दिल से निभाएंगी,
ननद और भाभी का रिश्ता भी ख़ास और मज़बूत होता है,ये सबको बता पायेंगी....!!

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27 AUG AT 0:34

कष्ट हरो मंगल करो हे पार्वती नंदन
सच्चे दिल से करते हैं हम आपका अभिनंदन,
सर्वप्रथम पूजन आपका करते हैं मंगलदाता
सब देवो में सबसे पहले नाम तुम्हारा आता,
विघ्नहर्ता मंगलकर्ता हे पार्वती नंदन
दोनो परिवारो में बना रहे आपसी प्रेम
और गहरा हो ये बंधन,
बस इतनी सी कृपा करना
सच्चे दिल से करते हैं हम आपका अभिनंदन....!

#Happy Ganesh Chaturthi 🙏🙏



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17 AUG AT 10:05

दवा असर न करे तो नजर उतारती है,
वो माँ हैं जनाब इतनी जल्दी कहाँ हार मानती हैं....!

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10 AUG AT 15:48

शुरूवात तो करनी होगी
यू थक के हार मान नहीं सकते,
उमर भर साथ देने का वादा जो कर चुके थे
अपने कदम पीछे नहीं ले सकते,
पर डर है और यकीन अब हम कर नहीं सकते
क्योंकि दो बार अपने कदम अपने पीछे हटाये हैं,
हमने कुछ मांगा ही नहीं, सिवाय साथ आपके
फ़िर भी तो अपने मुझसे ना जाने कितने बहाने बताये हैं,
शुरूवात तो करनी होगी
यू थक के हार मान नहीं सकते,
माना चुनौतियाँ वाला रहेगा सफर
कभी खुद के घर कभी आपके घर
और कभी-कभी खुद को भी समझाना पड़ेगा,
एक नया सफर, नये रिश्ते, नई मंजिल, ढेरो सपने
और उम्मीदे भी होगी अंजाम कैसा होगा ये तक नहीं मालूम,
पर शुरूवात तो करनी होगी
यू थक कर हार मान नहीं सकती,
महादेव पर भरोसा कर एक नई शुरूवात कर रही हूं
वो सब संभाल लेंगे इसी उम्मीद से आब मैं आगे बढ़ रही हू ...!

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3 AUG AT 6:50

आप शंकर है ,आप अविनाशी
आप ही मेरे ,सुख दुख के साथी...!🕉
आप भोले है ,काशी के निवासी
आप अनंत है ,आप कैलाशी...!🕉🕉
साथ मेरे रहते है प्रतिपल
आप ही हैं मेरे सच्चे साथी...!🕉

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31 JUL AT 18:06

जब प्रतीक्षा हो पार्वती सी तो
संयोग जुड़ ही जाते है...!
हो रास्ते कितने भी मुश्किल
गिरिजा को शिव मिल ही जाते हैं..!

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19 JUL AT 23:43

वो छोरा है बनारस का
उससे प्रेम करना तो सोच समझकर करना..
वो प्यार में तुम्हें घाटो की सैर कराएगा
कभी लंका और कभी बी एच यू घुमायगा...
वो विट्टी की कोल्ड कॉफ़ी पिलाकर
अपना प्यार जताएगा...
जो तुम चाहो उसे माँगना ईश्वर से
तो तुमको बाबा विश्वनाथ धाम भी ले जाएगा...
और हां वो जब बैठे तुम्हारे संग घाटो पर
तुम खुद ही उसका हाथ थाम लेना...
क्योंकि उसका शहर है बनारस
वो थोरा तो शरमायगा...
थामेगा जब तुम्हारा हाथ सदा के लिए
तुम्हें सच्चे प्रेम का अर्थ समझ आएगा...
वो प्रेम में पड़ा कभी तुम पे संदेह दिखायगा
तब उसका संदेह दूर कर उसे समझना तुम्हारा परम धर्म बन जाएगा....
वो छोरा है बनारस का
उससे प्रेम सोच समझकर करना....!

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14 JUL AT 23:43

इस बार क्यू ना मैं भी हद कर दू,
खोना चाहते हो ना मुझे,
चलो आओ मैं कुछ मदद कर दू....!!

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8 JUL AT 1:13

छोटी हैं मुझसे पर बातें बहुत बड़ी-बड़ी करती हैं
इतनी सी थी मेरी लाडली आज मेरी माँ बनी फ़िरती है,
इतना कैसे जानती हैं मुझे
दी तू चुप रह कहकर डांटती है मुझे,
साथ मेरा तू बिन कहे देती है
इतनी सी थी मेरी लाडली आज मेरी माँ बनी फिरती हैं...!

तेरी बातों ने ही हमेशा मेरा हौंसला बढ़ाया है,
जब जब निराश हुई हूं ,जिंदगी में चार बात तूने सुनाकर मुझमें विश्वास जगाया है,
मेरी दी तो कभी ऐसी नहीं थी हमेशा समझती है मुझे
मेरे जन्मदीन पर सबसे पहले विश करके बहुत खास सा एक एहसास दिलाती है मुझे
इतनी सी थी मेरी लाडली आज मेरी माँ बनी फ़िरती है...!

पता है तू मुझको समझती है मुझसे भी ज्यादा,तभी तेरे सामने कुछ भी कहने से पहले कुछ सोचती नहीं हूं,
और तू ही तो है वो एक जिसे शायद ही कभी लड़ने के बाद मानाया होगा,
लेकिन जब भी कभी जरूरत पड़ी मुझको कोई अपने की
हमेशा मेरे साथ खड़ी मिलती है,
इतनी सी थी मेरी लाडली आज मेरी माँ बनी फ़िरती है...!

दी बस अभी हो गया तेरा कहकर यू हमेशा मनाती है मुझको,
और कभी कभी अपने हाथों से मेरा मनपसंद खाना भी बनाकर खिलाती है मुझे,
तू मेरी सिर्फ़ बहन नहीं एक अच्छी दोस्त, शुभचिंतक और मेरी सुख दुख की साथी हैं
तुझको महादेव हर बुरी नज़र से बचाएँ और तेरी उमर लम्बी हो यही दुआ अपने रब से मनाती हूँ मैं,
इतनी सी थी मेरी लाडली आज मेरी माँ बनी फ़िरती है ...

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4 JUN AT 21:28

हमारा रिश्ता संभल गया होता
गर थोरी कोशिश तू भी कर लिया होता,
लोगो के तो घरवाले मुकर जाते हैं
पर यहाँ तो मसला ही पूरा तुम पर था,
हमारा रिश्ता भी मजबूत बन गया होता
गर हाथ तूने भी मेरा कस कर पकड़ लिया होता,
आज हम दोनों के साथ पूरा परिवार
खुशियां मना रहा होता,
गर तूने भी मेरी तरह अपना
इरादा मजबूत कर लिया होता,
हमारा रिश्ता संभल गया होता
गर थोड़ी कोशिश तू भी कर लिया होता.....!

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